- सारी रकम पांच-पांच सौ के पुराने नोट में
- मोबाइल एजेंसी के मालिक सहित तीन गिरफ्तार
- इनकम टैक्स और ईडी कर रही पूछताछ
- रकम का पांच गुना भरना पड़ेगा जुर्माना
LUCKNOW:
गाजीपुर पुलिस ने शनिवार को एक लग्जरी कार से एक्सचेंज के लिए ले जाई जा रही 98 लाख रुपये की पुरानी करेंसी बरामद की। इस करेंसी को ले जा रहे तीन लोगों और एक मोबाइल एजेंसी के मालिक को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए ये सभी नोट पांच-पांच सौ रुपये के हैं।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दी सूचना
पुलिस ने इस बरामदगी की सूचना इनकम टैक्स और ईडी को भी दे दी है। पकड़े गए लोगों से इस बारे में पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि इस रकम से हरदोई के एक विधायक का भी ताल्लुक है। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। हिसाब न देने पाने पर एजेंसी मालिक को रकम का पांच गुना जुर्माने के रूप में देना पड़ सकता है।
कार में लगा था पुलिस का लोगो
गाजीपुर पुलिस ने शुक्रवार देर रात शालीमार चौराहे के पास अर्टिगा कार (यूपी-33 एजी 0406म्) जिस पर पुलिस का लोगो लगा था से विकास नगर निवासी विपिन मिश्रा, विकास और तालगांव सीतापुर निवासी अजय कुमार को पकड़ा था। कार की चेकिंग में पांच-पांच सौ के पुराने नोटों से भरा एक बैग पुलिस को मिला। बताया जा रहा है कि यह कार कुर्सी रोड विकास नगर निवासी विकास की है।
मोबाइल एजेंसी के मालिक का पैसा
इस मामले में एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि जब पकड़े गए लोगों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि ये रकम माइक्रोमैक्स मैक्स मोबाइल कंपनी के सीएनएफ एजेंट योगेश अग्रवाल की है। जिनका आईएम रोड पर विधि कम्यूनिकेशन के नाम से सीएनएफ है और श्रीराम टॉवर में भी उसका शोरुम है। पकड़े गए विपिन ने बताया कि योगेश ने उन्हें 98 लाख रुपये (पुरानी करेंसी) एक्सचेंज कराने के लिए दिए थे। इस जानकारी के बाद गाजीपुर पुलिस ने योगेश अग्रवाल को भी हिरासत में ले लिया है।
मिलना था डेढ़ लाख कमीशन
बीबीए कर चुका विपिन सॉफ्टवेयर प्रमोटर का काम करता है। इसी दौरान उसकी योगेश से मुलाकात हुई। इसी दौरान योगेश ने उससे रकम एक्सचेंज कराने को कहा। विकास भी योगेश के टच में था और विपिन से उसकी कुछ दिनों पहले ही मुलाकात हुई थी। जबकि अजय योगेश का ही कर्मचारी है। विपिन ने बताया कि इस रकम को बदलने के लिए सभी को पचास-पचास हजार रुपये दिए जाने की बात योगेश ने कही तो इस काम का ठेका विकास ने ले लिया।
कौन बदलने वाला था नोट
विकास ने बताया कि अमीनाबाद के चांद नाम के युवक ने नोट बदलने की बात की थी। उसे भी इसके बदले पचास हजार रुपये मिलने थे। लेकिन वे रुपयों की डिलीवरी कर पाते इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों का यह भी कहना है कि एसटीएफ के एक सिपाही से चांद के संबंध थे और उसी की निशानदेही पर पुलिस ने उन्हें पकड़ा है। वहीं एसएसपी का कहना है कि वे इस मामले में मुन्ना नाम के व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं।
ईडी और इनकम टैक्स कर रही पूछताछ
पुलिस ने इस पूरे मामले की सूचना ईडी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दे दी है और दोनों विभागों के अधिकारी मोबाइल एजेंसी के मालिक योगेश से पूछताछ कर रहे हैं। अगर यह रकम योगेश की निकली तो उसके खिलाफ दोनों विभागों की ओर से भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी कर चुके हैं रकम एक्सचेंज
पकड़े गए विकास ने बताया कि वह पहले भी राजजीपुरम के व्यापारी के दस लाख रुपये बदलवा चुका है। जिसके बदले उसे दस हजार का कमीशन भी मिला था। साथ ही उसने यह भी कहा कि यह रकम भी चांद नाम के युवक ने बदलवाई थी, जिसे इसका कमीशन भी दिया गया था।
एनआरआई को है जून तक की छूट
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 2016 के आदेश के अनुसार नोट बंदी के नोट बदलवाने के लिए 31 मार्च 2017 तक का समय दिया गया था। विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए यह समय सीमा 17 जून तय की गई थी। एसएसपी दीपक कुमार ने कहा कि इस समय कई करियर एक्टिव हैं जो एनआरआई को मिलने वाली छूट का लाभ उठाकर लोगों की पुरानी करेंसी बदलने का काम कर रहे हैं।
देना होगा पांच गुना हर्जाना
नोटबंदी के बाद पुरानी करेंसी मिलने पर पांच गुना हर्जाना भरने का नियम है। पुलिस द्वारा बरामद किए गए 98 लाख रुपये का ब्यौरा अगर मोबाइल एजेंसी का मालिक दे भी देता है तो उसे यह हर्जाना भरना ही पड़ेगा।
विधायक ने की कॉल
पकड़े गए लोगों से जब गाजीपुर थाने में पूछताछ चल रही थी तभी हरदोई के एक विधायक का फोन यहां के एसएचओ के सीयूजी नंबर पर आया। विधायक ने पहले तो मामले को दबाने का प्रयास किया लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि जानकारी मीडिया को हो गई है तो उन्होंने फोन काट दिया।
98 लाख की करेंसी के साथ पकड़े गए लोग करियर का काम करते हैं। रकम जिस मोबाइल एजेंसी के मालिक की बताई जा रही है, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। ईडी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी दे दी गई है।
दीपक कुमार, एसएसपी