- फैक्ट्री में मौजूद तीन कर्मचारी आग में झुलसे, बाकी ने दीवार फांद कर बचाई जान

- आस-पास अपार्टमेंट के फ्लैटो और अस्पताल में धुआं फैलने से फूली लोगों की सांस

- फायर ब्रिगेड की 9 गाडि़यों ने 5 लोकेशन से पानी डाल कंट्रोल की आग

टाइम लाइन

- 1.45 बजे फायर बिग्रेड को इंस्पेक्टर बाजार खाला ने दी सूचना

- 1.46 बजे फायर ब्रिगेड की गाडि़यां रवाना

- 1.55 बजे फायर ब्रिगेड की दो गाडि़यां मौके पर पहुंची

- 5.50 बजे तक फायर ब्रिगेड ने आग पर कंट्रोल किया

- 4 फायर ब्रिगेड की गाडि़यां अभी भी मौके पर तैनात की गई

- 3 कर्मचारी आग में लपटों से झुलसे

- 9 फायर ब्रिगेड की गाडि़यों लगाई गई

LUCKNOW: बाजार खाला के ऐशबाग पानी की टंकी के पास घनी बस्ती के बीच बनी एक बड़ी प्लाईवुड और तेजाब फैक्ट्री में बुधवार की दोपहर अचानक आग लग गई। प्लाईवुड और तेजाब फैक्ट्री मे जिस समय आग लगी उस समय फैक्ट्री में 60 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। भीषण आग की चपेट मे आकर तीन मजदूर झुलस गए जबकि अन्य मजदूरों ने फैक्ट्री की दीवार फांद कर जान बचाई। आग के धुएं से आस-पास बने अपार्टमेंट और एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मौजूद लोगो के लिए दम घुटने लगा। जिसके बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। सूचना पाकर एसीपी बाजार खाला और इंस्पेक्टर फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई और करीब दमकल की 9 गाडि़यों ने चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू किया। सीएफओ आग लगने का कारण और नुकसान की जांच कर रहे हैं। फैक्ट्री बिना फायर एनओसी के रिहाइशी इलाके में चल रही थी।

फैक्ट्री के मालिक का नाम धर्मवीर गुलाटी है।

तीन मजदूर झुलसे

इंस्पेक्टर बाजार खाला बताया कि ऐशबाग स्थित ठग्गू चौराहे के करीब पंजाब टिम्बर स्टोर और उसके पीछे अवैध रूप से चल रही प्लाईवुड व तेजाब फैक्ट्री में दोपहर करीब 1.40 बजे अचानक आग लग गई। हादसे के समय फैक्ट्री में कई मजदूर काम कर रहे थे। वह दीवार फांद कर अपनी जान बचाने में कामयाब हो गए जबकि फैक्ट्री में चार मजदूर फंस गए। जिसमें सीतापुर निवासी वीरेंद्र (20), मिथलेश (22) और उन्नाव सोहरामऊ निवासी सोनू गंभीर रूप से झुलस गए। मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड के जवानों में उन्हें किसी तरह बाहर निकाला और इलाज के लिए सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहीं एक मजदूर की तलाश जारी है।

हॉस्पिटल व फ्लैट्स में हड़कंप

फैक्ट्री में लगी आग से धुआं इलाके के चारों तरफ फैल गया। रिहायशी इलाके में चल रही फैक्ट्री के पास ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल व अपार्टमेंट के कई फ्लैट में धुआं भरने से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। उन्हें किसी तरह बाहर निकाल सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया।

चार घंटे बाद आग पर काबू

सीएफओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि बाजार खाला समेत आस-पास के भी फायर स्टेशन से गाडि़यों को मौके पर बुलाया। 9 फायर ब्रिगेड की गाडि़यों के साथ जवानों में 4 घंटे तक कड़ी मशक्कत की। तब जाकर आग पर काबू पाया गया।

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बिना एनओसी के चल रही थी फैक्ट्री

सीएफओ विजय कुमार सिंह का कहना है कि रिहाइशी इलाके में प्लाईवुड फैक्ट्री बिना फायर एनओसी के चल रही थी। फैक्ट्री में आग बुझाने के कोई मजबूत संसाधन भी नहीं मिले हैं। अंदर दो से तीन जले हुए फायर एक्सटिंग्विशर्स मिले हैं। जो कि आग बुझाने के लिए पर्याप्त नहीं थे।

फंसी फायर टेंडर

आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाडि़यों को मौके पर पहुंचने मे आधे घंटे का समय लग गया। दमकल की गाडि़यां तो समय से फायर स्टेशनों से रवाना हो गई थी, लेकिन चौक से ऐवरेडी तक और लाल कुएं से डीएवी कालेज तक बन रहे फ्लाई ओवर की वजह से दमकल की गाडि़यों के रास्ते में बाधा आई।