लाखों बच्चों को मिलेगा benefit

इस अभियान के तहत डिस्ट्रिक्ट के लाखों बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। तीन दिसंबर से शुरू होकर एक वीक तक चलने वाले अभियान के लिए डिपार्टमेंट ने स्पेशली वालंटियर्स भी अप्वाइंट किए हैं जो घर-घर जाकर पांच से कम एज के बच्चों को विटामिन ए पिलाएंगे। यह अभियान साल में दो बार चलाया जाएगा। ऑफिसर्स की मानें तो इसकी कमी से हर साल हजारों बच्चों की आंखें खराब हो जाती हैं। इससे बचने के लिए यह स्टेप लिया जा रहा है।

कितना जरूरी है विटामिन ए

आंखों के लिए विटामिन ए हमेशा से बेहतर माना गया है। इसकी कमी से रतौंधी, आंखों में सूखापन और आंख के बैठ जाने जैसी खतरनाक बीमारियां हो जाती हैं। एक बार इन बीमारियों की चपेट में आने के बाद बच्चे की जिंदगी तबाह हो जाती है। डॉक्टर्स की मानें तो अगर पांच साल की एज के पहले बच्चों को इसकी खुराक दे दी जाए तो खतरा टल जाता है। इसके अलावा विटामिन ए गाजर, पालक, हरी सब्जियों, फल, अंडा, दूध आदि में भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।

हर साल हजारों बच्चे विटामिन ए की कमी से दृष्टि दोष के शिकार हो जाते हैं। शुरुआत में पैरेंट्स को जानकारी नहीं होने की वजह से अनजान रहते हैं लेकिन बाद में इलाज के बावजूद इन बीमारियों से निजात नहीं मिल पाती। इसी को देखते हुए डोर टु डोर विटामिन ए की डोज देने का अभियान चलाया जा रहा है।

डॉ। पदमाकर सिंह, सीएमओ