वाराणसी (ब्यूरो)। आर्थिक तंगी के चलते पति का इलाज न करा पाने से परेशान महिला सुमन मिश्रा के बच्चों संग इच्छा मृत्यु मांगने के मामले का प्रधानमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया है। रिपोर्ट तलब किए जाने से प्रशासन में खलबली मची है। प्रशासन ने किडनी की बीमारी से जूझ रहे महिला के पति का फ्री में इलाज कराने की व्यवस्था की है।

इलाज का किया इंतजाम

चोलापुर के मुरेरी गांव की रहने वाली सुमन मिश्रा अपने दो बच्चों के साथ बीते शनिवार को कचहरी पहुंची थीं और पति संजय मिश्र का इलाज न हाने का हवाला देते हुए पीएम मोदी से इच्छा मृत्यु की मांग की थी। पीएमओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रिपोर्ट तलब किया तो प्रशासनिक अमला हरकत में आया। जिला प्रशासन ने आनन-फानन में संजय मिश्र का आयुष्मान कार्ड न बनने, इलाज और जांच आदि के बारे में जानकारी जुटा बुधवार को पीएमओ को रिपोर्ट भेज दी।

नई सूची बनाकर डाला नाम

सीएमओ डाॅ. वीबी सिंह ने बताया कि 2011 की जनगणना के अनुसार आयुष्मान के लाभार्थियों की सूची में नाम न होने की वजह से संजय का कार्ड नहीं बन सका है। आगे नई सूची बनने पर उसमें नाम शामिल कराया जाएगा। फिलहाल उसके नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था मंडलीय अस्पताल में की गई है। वहां डायलिसिस भी होगी। इसकी जानकारी परिजन को दे दी गई है।

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