RANCHI: अगर आप पूरे देश की आदिवासी संस्कृति, खानपान, कपडे़, भाषा को देखना चाहते हैं तो मोरहाबादी मैदान पहुंच जाइये। यहां आदिवासी कल्याण मंत्रालय की ओर से ट्राइफैड के माध्यम से दस दिनों का आदि महोत्सव शुरू हुआ है। 29 फरवरी से दस मार्च तक चलने वाले इस आदि महोत्सव में 27 राज्यों के कारीगरों द्वारा 150 स्टॉल लगाये गये हैं। जहां आदिवासी समाज द्वारा खुद से बनाए कई प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं। खाने-पीने से लेकर कपडे़, कॉस्मेटिक हर कुछ यहां उपलब्ध है।
150 जड़ी बुटी से बना तेल
इस मेला में कर्नाटक के रामनगरा से आई रागिनी देवी खुद 150 जड़ी-बुटी से तैयार कर तेल लाई हैं, जो महिलाओं को बेहद पसंद आ रहा है।
हेयर वाइल
दाम: 600 रुपए
खासियत: 150 जड़ी बुटी से बना है, जो बालों के लिए बेहतर है। बाल झड़ना रोकने से लेकर सिरदर्द में भी राहत मिल रही है।
तेलंगाना की ज्वेलरी है खास
आदि महोत्सव में तेलंगाना से एंटिक ज्वेलरी का स्टॉल लगाया गया है। यहां के आदिवासी समाज के लोगों ने अपने हाथों से बनाया है। यहां के ट्राइबल इस ज्वेलरी को पहनते हैं।
एंटिक ज्वेलरी
दाम: 200 से 3000 रुपए
खासियत- पुराने सिक्कों से बनी है ये ज्वेलरी।
मक्का व चावल की कुकीज
मध्यप्रदेश के आदिवासी समाज में फेमस मक्का और चावल की कुकीज भी यहां के लोगों को बहुत पसंद आ रही है। स्टॉल लगाने के लिए मध्य प्रदेश के छिंदवाडा से आए मंजूलाल भारती ने बताया कि हमलोगों के यहां हर घर में मकई और चावल की कुकीज बनाई जाती है।
मक्का व चावल की कुकीज
दाम: 100 रुपए
खासियत: यह मोटे अनाज से बना हुआ कुकीज है।
पत्थर से बने कप का है आकर्षण
यहां स्टॉल में मणिपुर का भी एक स्टॉल है, जहां हैंडमेड कप, ग्लास, खाने-पीने के सभी बर्तन मौजूद हैं। मणिपुर से आई अलगुण मंगता बताती हैं कि यह मणिपुर के लोगों का कमाने-खाने का व्यवसाय है। यह वहां के पत्थरों को तराश कर बनाया जाता है।
पत्थर से बने बर्तन
दाम: 200 से 1000 रुपए तक
खासियत: यह वहां के पत्थरों से आदिवासी समाज के लोगों द्वारा बनाया गया हैंडमेड प्रोडक्ट है।
हाथ से बना डिजाइनर झुमका
इस महोत्सव में राजस्थान में बना हुआ डिजाइनर बैंगल, झुमका सभी कुछ मिल रहा है। स्टॉल के ओनर नाना लाल बताते हैं कि यह राजस्थान का ट्रेंडी लुक एसेसरीज है, जो हाथों से बनाया जाता है।
हैंड मेड एसेसरिज
दाम: 150 से 1500 रुपए
खासियत: हाथों से बना हुआ है।
सिक्किम का ताइफोलो आ रहा पसंद
सिक्किम से आए हुए ताइफोलो को भी लोग बहुत पसंद कर रहे हैं। सिक्किम से आए रविन गुरूंग बताते हैं कि यह हमारे राज्य का फेवरिट डिश है। जिसे रांची के लोग भी बहुत पसंद कर रहे हैं।
ताईफोलो
दाम: 50 रुपए
खासियत: यह वेज और नॉनवेज दोनों फॉर्म में उपलब्ध है।
उत्तराखंड का देसीफाट खूब भा रहा
खाने-पीने के शौकिन लोगों के लिए मोरहाबादी फेवरिट जगह बन गया है। यहां उत्तराखंड के आदिवासी समाज के लोगों द्वारा घर में बनने वाला देसीफाट बहुत पसंद आ रहा है।
देसीफाट
दाम: 50 रुपए
खासियत: बेसन व चावल से बना डिश है