आम आदमी पार्टी को भी मुस्लिम वोट की आस

- सिटी से मुस्लिम प्रत्याशी उतारने पर हो रहा है विचार

- समीकरण बनाने में जुटे 'आप' लीडर्स

LUCKNOW: साम्प्रदायिकता और जाति आधारित वोट पर आम आदमी पार्टी को भी जीत का रास्ता नजर आ रहा है। पार्टी को अब लग रहा है कि मुस्लिम वोटर्स कुछ सीटों पर पार्टी को जीत दिला सकते हैं। शायद इसी कारण पार्टी के सीनियर लीडर पिछले कुछ दिनों से इसी कोशिश में लगे हुए हैं।

इलियास भी लखनऊ से आने की तैयारी में

आम आदमी पार्टी सीनियर लीडर इलियास आजमी ने कुछ दिन पहले ही लखीमपुर से लोकसभा का टिकट पार्टी को वापस कर दिया है। उनका कहना है कि वह लखनऊ में राजनाथ को शिकस्त देने के लिए टिकट चाहते हैं। उन्होंने अपनी सेहत का हवाला देते हुए लखनऊ से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। जबकि पार्टी ने डेढ़ महीने पहले से ही आदर्श शास्त्री के लखनऊ से उम्मीदवार बनाया है, लेकिन इसका औपचारिक ऐलान अब तक नहीं हो सका है। इसके कारण लखनऊ के कार्यकर्ता भी निराश हैं। इसका फायदा उठाते हुए इलियास आजमी ने लखनऊ से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी पर दबाव बनाना शुरूकर दिया। पार्टी सूत्रों की माने तो लखनऊ से अब तक किसी पार्टी ने मुस्लिम कंडीडेट नहीं उतारा है। कांग्रेस, बीजेपी, सपा और बसपा चारों पार्टियों के उम्मीदवार ब्राह्मण हैं। इससे ब्राह्मण वोटर्स का बंटना तय है। जबकि लखनऊ में मुस्लिम मतदाता बड़ी संख्या में है। पार्टी भी इलियास आजमी को लखनऊ से उतार कर दांव चल सकती है।

सिसोदिया मिले देवबंद मौलवी से

कुछ दिनों पार्टी के सीनियर लीडर देवबंद जाकर मौलवी से मुलाकात कर अपनी पार्टी की नीतियों के बारे में चर्चा की। हालांकि इस्लामी संस्थान दारूल उलूम ने सपोर्ट देने से इनकार करते हुए उनसे कहा कि यह एक नान पॉलिटिकल एजूकेशनल संस्थान है। जो कि किसी पॉलिटिकल पार्टी के सपोर्ट या विरोध में कोई स्टेटमेंट नहीं देती। इससे पहले समाजवादी पार्टी ने भी अपने स्थानीय नेताओं से देव बंद से सम्पर्क में लगातार रहने को कहा था। शायद मनीष सिसौदिया की पार्टी को भी अंदाजा है कि प्रदेश में मुस्लिस बहुत संख्या में हैं और यह हार-जीत में अहम भूमिका निभाते हैं। आप पार्टी का यह भी मानना है कि देवबंद से मुस्लिम वोट्स को बहुत फर्क पड़ता है।

एके ब्7 मतलब एक करोड़

नरेन्द्र मोदी का केजरीवाल को एके ब्9 कहना आम आदमी पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हुआ। भले ही मोदी ने राजनैतिक रूप से उन्हें ऐसा कहा। मोदी के बयान के बाद आम आदमी पार्टी को मिलने वाले डोनेशन में अचानक तेजी आई और ख्ब् घंटे के भीतर पार्टी को एक करोड़ से ज्यादा का डोनेशन मिला। वहीं गुरुवार को पार्टी को भी फ्7 लाख रुपए से ज्यादा का डोनेशन मिला। इससे पहले भी जब-जब केजरीवाल को किसी ने कुछ कहा तो लोगों ने जमकर डोनेशन किया। पार्टी ने जब दिल्ली में सरकार से हटने का निर्णय तो भी रोजाना एक करोड़ से ज्यादा का डोनेशन पार्टी को मिला।

मोदी ने बोला था हमला

मोदी ने बुधवार को अपनी जम्मू रैली में पहली बार आप के नेता अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला। मोदी ने कहा था कि कि पाकिस्तान में तीन एके हैं जिसमें एक एके ब्7 राइफल है, दूसरे रक्षा मंत्री एकेएंटनी हैं और तीसरे एके ब्9 यानी अरविंद केजरीवाल हैं। हालांकि मोदी ने केजरीवाल पर राजनीतिक हमला किया था इसका आप को कितना नुकसान हुआ यह तो नहीं पता लेकिन आर्थिक फायदा जरूर हो गया। केजरीवाल के समर्थकों का यही मानना है कि मोदी का ही असर है कि डोनेशन बढ़ गया। गुरुवार को आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अन्य लोगों द्वारा सोशल साइट्स पर इसकी खूब चर्चा रही।

लोगों में गुस्सा

आम आदमी पार्टी के केन्द्रीय कार्यकारिणी के सदस्य वैभव महेश्वरी ने बताया कि यह लोगों का गुस्सा है। अभी तक लोग समझते थे कि मोदी के समर्थक ही हंगामा करते हैं और कुछ भी बोल जाते हैं लेकिन अब वह खुद अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। जिसके कारण पब्लिक ने अपना गुस्सा दिखाया और आप में को सपोर्ट कर रहे हें।

हताश हैं आप वर्कर

उधर आम आदमी पार्टी का लखनऊ का कंडीडेट गुरुवार को भी घोषित नहीं किया जा सका है। इसके कारण लखनऊ के आप कार्यकर्ता हताश हैं। सूत्रों की माने तो राज्य कार्यकारिणी ने जल्द से जल्द प्रत्याशी घोषित करने को कहा है। साथ ही यह भी रिक्वेस्ट की है कि अगर कोई सुटेबल कंडीडेट न मिले तो क्राइटेरिया बताया जाए ताकि जिन क्ब्0 लोगों ने फार्म भरे थे उनमें से किसी एक को चुना जाए। आप की केन्द्रीय समिति की ओर से शुक्रवार तक इस पर निर्णय लेने की बात कही गई है।