आम आदमी के प्रवक्ता दिलीप पांडे ने बीबीसी को बताया, "अपने आपको हिंदू रक्षा दल का सदस्य बताने वाले कुछ लोगों ने आम आदमी पार्टी के कौशांबी स्थित दफ़्तर पर हिंसक प्रदर्शन किया. पार्टी के स्वयंसेवक तुरंत अंदर चले गए वरना कुछ लोगों को गंभीर चोट भी लग सकती थी."

दिलीप पांडे ने बताया, "दफ़्तर में तोड़फोड़ करने वाले लोगों के हाथों में झंडे थे और उन्होंने दफ़्तर पर पत्थरबाज़ी भी की जिस वजह से काफ़ी नुक़सान हुआ है. दरवाज़े और खिड़कियाँ तोड़ दी गई हैं."

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने हमले को दुखद बताते हुए कहा, "इस तरह के लोगों का हमारे समाज में होना बहुत दुखद है. ये लोग ख़ुद को एक वर्ग विशेष का शुभचिंतक बता रहे हैं. इस तरह के लोगों का होना हमारे समाज और देश के लिए ख़तरनाक है."

दिलीप पांडे के मुताबिक़ पार्टी चाहती है कि हमला करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई हो. उनके अनुसार हिंसक प्रतिक्रिया लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.

आप के कार्यकर्ताओं के मुताबिक़ पांच गाड़ियों में लगभग 30-40 लोग आए थे. पहले उन्होंने नारेबाज़ी की और अपशब्द का इस्तेमाल करने लगे. हमलावरों के हाथों में पत्थर और लाठियां थीं.

कार्यकर्ताओं के अनुसार उन्होंने जाते समय भी धमकियां दीं कि वे फिर आएंगे.

आप दफ़्तर में हिंदू संगठनों की तोड़फोड़

हिंदू रक्षा दल के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं है कि वे लोग कौन हैं और इससे पहले इस नाम के किसी संगठन के बारे में कभी नहीं सुना गया है.

हमले में शामिल लोग आप के वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण के कश्मीर पर दिए गए बयान का विरोध कर रहे थे. ग़ौरतलब है कि कुछ दिनों पहले प्रशांत भूषण ने भारत प्रशासित कश्मीर में सेना की तैनाती को लेकर एक बयान दिया था.

भूषण ने कहा था कि सेना की तैनाती के लिए कश्मीर में जनमत संग्रह करवाना चाहिए.

उनके इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी समेत कई पार्टियों और हिंदू संगठनों ने नाराज़गी जताई थी.

हालांकि बाद में पार्टी ने साफ़ कर दिया था कि प्रशांत भूषण का बयान पार्टी की आधिकारिक नीति नहीं है और ये उनकी निजी राय है.

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