- टूट गए हैं वार्ड के खिड़कियों के शीशे

GORAKHPUR: जिला अस्पताल एक मुसीबत से उबरता है तो दूसरी परेशानी पल्ले पड़ जाती है। पिछले साल पेशेंटस को राहत देने के लिए बर्न वार्ड में एसी लगाए गए थे, लेकिन दरवाजे और खिड़कियों के टूटे शीशे नहीं बदले गए। आज आलम यह है कि वार्ड में एसी लगाने का कोई फायदा नहींहो रहा है। इसकी वजह से बर्नड पेशेंटस को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

आग से झुलसे पेशेंटस के इलाज के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बारह बेड वाले बर्न वार्ड बनाया गया। इतना ही नहीं तत्कालीन डीएम के सहयोग से वार्ड में एसी लगाया गया साथ ही सीलिंग का काम भी कराया गया। वार्ड की हालत बेहद ही खराब हो चुकी है। यहां खिड़की में लगे शीशे पूरी तरह से टूट गए हैं और दरवाजे के ऊपर का हिस्सा नीचे खिसक चुका है। इसके नाते वार्ड के अंदर की ठंडी हवाएं बाहर निकल जाती है। इससे गर्मी और उमस से पेशेंटस को परेशानी होती है। मरीजों का कहना है कि यदि बिजली गुल हो जाती है तो और सांसत होती है। पेशेंटस के साथ आए तीमारदारों का कहना है कि यहां की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ.एचआर यादव ने बताया कि खिड़की में टूटा शीशा और दरवाजे की मरम्मत जल्द ही करा ली जाएगी।