सड़कों पर लगे पोल पर आदेश के बाद भी नहीं लगे रिफ्लेक्टर

हाल में में पोल से टकराकर हो गई थी दो स्टूडेंट्स की मौत

देहरादून। सड़कों पर खड़े पोल दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। शहर के मुख्य मार्गो पर ऐसे पोल खड़े हैं, जो अंधेरे में दिखाई नहीं देते। ऐसे में इन पोल से टकराकर अक्सर दुर्घटनाएं हो जाती हैं। लगातार हो रही इन दुर्घटनाओं को देखते हुए पीडब्ल्यूडी ने विभिन्न संबंधित विभागों की एक बैठक बुलाई गई थी। इसमें संबधित विभाग को पोल, डिवाइडर में रिफ्लेक्टर टेप, हेजर्ड रिफलेक्टिव टेप लगाने के निर्देश दिए हैं। निर्देश होने के 15 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक निर्देशों का पालन नहीं हुआ है।

लिया गया था निर्णय

शहर में बिजली पोल, ट्रांसफामर्र के पोल और डिवाइडर पर नैरो ब्रिज में रिफ्लेक्टर लगाए जाने को लेकर सबंधित विभाग को पीडब्ल्यूडी ने निर्देश दिए थे। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, पीएमजीएसवाई, राष्ट्रीय राजमार्ग लोनिवि के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, सीमा सड़क कमांडेट को एक फरवरी को निर्देश दिया गया था। निर्देश होने के बाद भी 15 दिन बीच चुके है। इसके बावजूद अब तक किसी भी पोल में कोई रिफ्लेक्टर नहीं लगे हैं।

रात में नहीं दिखते पोल

सड़कों पर लगे पोल अक्सर अंधेरा होने के कारण दिखाई नहीं देते। इससे कई बार वाहन चालक इन पोल से टकरा जाते हैं। ऐसा ही एक बड़ा हादसा थर्सडे नाइट को हुआ, जब पोल से टकराकर बाइक सवार दो स्टूडेंट्स की मौत हो गई।

रिफ्लेक्टर लगाने में लापरवाही

लगातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए सड़कों पर ऑब्जेक्ट जैसे बिजली पोल, टेलीफोन पोल, बिजली ट्रांसफार्मर के पोल, नैरो ब्रिज, नगर निगम के डस्टबिन, बाह्य मोडों पर पैरापिट्स ऑब्जेक्टस रात में दिखाई नहीं देते हैं। इसे देखते हुए रिफ्लेक्टिव ट्रेप लगाने को कहा गया था। लेकिन, इस आदेश को अब तक पूरा नहीं किया गया है।

हमारी ओर से सभी विभागों को निर्देशित किया गया है। सड़कों पर हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए इसे जल्द ही लागू किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

सुधांशु गर्ग,

डिप्टी कमिश्नर, परिवहन विभाग