-एक पैकेट में 5 पूड़ी और सब्जी से नहीं भरा पीडि़तों का पेट

>BAREILLY :

पीलीभीत रोड स्थित फाईक एन्क्लेव के सामने मंडे रात हुए हादसे में 6 मजूदरों की मौत के बाद प्रशासन की एक और लापरवाही उजागर हुई है। हादसे के तुरंत बाद प्रशासन राहत कार्य शुरू नहीं कर सका था, तो पीडि़त परिवारों को 24 घंटे बाद खाना मुहैया करा सका। 24 लोग खाने वाले थे और 20 लोगों को खाना दिया गया, वह अब आधा पेट। हालांकि, मृतकों की डेडबॉडी उनके गृह राज्य पश्चिम बंगाल भेजवाने में प्रशासन तेजी दिखाई, तो पोस्टमार्टम हाउस में एक बार फिर शव को डंडों से उठाकर अमानवीय कृत्य को दोहराया गया।

घायलों ने बताया मौत को मंजर

मिट्टी की ढांग गिरने के दौरान हादसे में घायल हुए रज्जाक, मुजफ्फर और कुरमाल भी घायल हो गए। मौत का मंजर बयां करते हुए घायल हुए रज्जाक ने के बताया कि वह पांच दिन पहले ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने का काम शुरू किया था। जिसका ठेकेदार नरेन्द्र सिंह यादव कानपुर का रहने वाला है। मंडे सुबह को काम करते समय मशीन का पायलट जमीन में बिछी दूसरी ऑप्टिकल फाइबर केबल में फंस गया। मशीन का पायलट फंसने से गड्ढा करीब 20 फिट गहरे गड्ढा खोदा गया था, उसी में मजदूर काम कर रहे थे तभी मिट्टी ढह गई। जिसमें सबसे पहले उसे ही निकाला गया। रज्जाक के लेफ्ट पैर में गुम चोट लगी है। मुजफ्फर को दूसरे नम्बर पर मिट्टी के गड्ढे से निकाला गया। मुजफ्फर के भी गुम चोट लगी है। जबकि कुरमाल ढांग गिरने के दौरान घायल हुआ था। हालत में सुधार होने पर ट्यूजडे दोपहर तीनों को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। इलाज करने वाले निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर ने हालत में सुधार बताते हुए कहा कि अब आराम करने की जरूरत है।

पैकेट में थी सिर्फ 5 पूड़ी व सब्जी

हादसे की सूचना मिलते ही घायलों और मृतकों के परिजन भी पहुंचने लगे। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे परिजन और मृतक के साथी मजदूरों ने बताया कि उन्होंने मंडे दोपहर को खाना खाने के बाद काम साइट पर शुरू किया था। रात को खाना खाने से पहले ही हादसा हो गया। जिसके बाद प्रशासन ने ट्यूजडे शाम चार बजे खाना के 20 पैकेट मंगवाए और मजदूरों और उनके परिजनों को बंटवाएं जिसमें सिर्फ 5 पूड़ी और सब्जी थी। मजदूरों का कहना था कि उनके 24 साथी है जिसमें से 20 को ही खाना पैकेट मिल पाए हैं। पैकेट में खाना इतना कम कि उसमें पेट भरना भी मुश्किल है।

मानवता हुई शर्मशार

हादसे में मृतकों के सभी शव पोस्टमार्टम के दौरान रूम से निकालकर शव को ले जाने के लिए डंडा से उठाया गया। जब परिजनों ने इस तरह ले जाते देखा तो वह शव उठाने में खुद मदद के लिए आगे आए। जिसके बाद स्ट्रेचर पर शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया।

इन पर हुइर् कार्रवाई

पुलिस ने हादसे के लिए जिम्मेदार साइट सुपरवाइजर धीर सिंह निवासी रूहानी सिंह पूरा, थाना लाहर, जिला भिंड मध्य प्रदेश, सुपरवाइजर अंशुल कुमार निवासी सुतियानी थाना ऊंचाहार जिला इटावा और विद्या टेली लिंक लिमिटेड के खिलाफ रूहेलखंड चौकी इंचार्ज संजीव शर्मा ने एफआईआर दर्ज कराई है। जिसमें से पुलिस ने धीर सिंह और अंशुल को मंडे रात ही गिरफ्तार कर लिया थ्ा।

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एम्बुलेंस तक उपलब्ध नहीं: शर्मनाक

राष्ट्रीय मजदूर कांग्रस (इंटक) ने पीलीभीत रोड पर हुए हादसे में घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होने की घटना को बेहद शर्मनाक बताया। इंटक ने इसको लेकर ट्यूजडे डीएम को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार पाण्डेय को सौंपा। जिसमें उन्होंने लिखा कि हादसे की जानकारी के बाद मेडिकल टीम का मौके पर नहीं पहुंचना और घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस कम पड़ जाना लापरवाही का परिचय है। उन्होंने घायलों को दो लाख और मृतक के परिजनों को 20 लाख मुआवजा देने की मांग के साथ जिम्मेदारों पर हत्या का केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की।