-बिलवा पुल पर चढ़ते वक्त सैटरडे सुबह हुआ हादसा, झपकी बनी हादसे की वजह

-सीएम के निर्देश पर वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचकर जाना घायलों का हाल

BAREILLY: रोड किनारे खड़े ट्रक की वजह से एक बार फिर से बड़ा हादसा हो गया। भोजीपुरा में बिलवा पुल पर चढ़ते वक्त तीर्थ यात्रियों से भरी बस ट्रक में पीछे से घुस गई। हादसे में बस ड्राइवर समेत दो लोगों की मौत हो गई। हादसे में 16 सवारियां भी घायल हो गई, जिन्हें डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। माना जा रहा है कि सुबह के वक्त ड्राइवर को झपकी आने की वजह से हादसा हुआ है। सीएम के निर्देश पर वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल, डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह के साथ डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में घायलों का हाल जाना। राजेश अग्रवाल ने सीएमओ और सीएमएस को निर्देश दिए कि घायलों को बेहतर इलाज मिले। चेस्ट और हेड इंजरी वाले घायलों के लिए जरूरत पड़ने पर प्राइवेट हॉस्पिटल से भी डॉक्टर बुलाएं। उन्होंने नियमानुसार आर्थिक मदद देने की बात कही है।

चारधाम की यात्रा पर निकले थे

लखनऊ से तीर्थ यात्रियों को लेकर बस चारधाम की यात्रा पर चली थी। बस में ज्यादातर लोग लखनऊ, हरदोई, बाराबंकी व सीतापुर के रहने वाले थे। सभी हरिद्वार होते हुए ऋषिकेश जा रहे थे। सैटरडे सुबह करीब साढ़े 4 बजे बस ड्राइवर ने बड़ा बाइपास पर बिलवा पुल पर जैसे ही बस को चढ़ाया कि अचानक बस रोड किनारे खड़े ट्रक में जाकर घुस गई। टक्कर इतनी तेज थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में फैजाबाद के रूदौली शाहपुर निवासी ड्राइवर राजेंद्र प्रसाद की मौत हो गई। वहीं हादसे में घायल सीतापुर के करखिला मदनामऊ निवासी सचिन की इलाज के दौरान सिटी के प्राइवेट हॉस्पिटल में डेथ हो गई। हादसे में 16 अन्य घायल हो गए। इनमें से 11 को मरहम पट्टी के बाद छुट्टी दे दी गई और 5 गंभीर घायलों का डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।

बस में मची चीख पुकार

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट रामप्यारी व अन्य घायलों ने बताया कि बस में कुछ यात्री सो रहे थे और कुछ लोग जग भी रहे थे, लेकिन किसी को नहीं पता था कि अचानक उनकी जान पर बन आएगी। अचानक धड़ाम की तेज आवाज आयी और तेज का झटका लगा। सब इधर-उधर भागने लगे और चीख पुकार मच गई। सब अपनी जान बचाने को बाहर भागे। इसी दौरान यूपी 100 को सूचना दी गई और फिर मौके पर थाना पुलिस के साथ-साथ एंबुलेंस बुलाकर घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि बस में 55 से 60 सवारियां बैठी थीं। सुबह भी कई लेाग हाइवे किनारे अपने सामान की रखवाली करते धूप में बैठे थे।

हादसे में घायलों की सूची

विजय शंकर शुक्ला-अलीगंज लखनऊ

अमन शुक्ला-लखनऊ

जयपाल-मानपुर देवार बाराबंकी

चंदन जोशी-महमूदाबाद सीतापुर

शांति-दुगांता लखनऊ

नन्हीं देवी-महाबगंज हरदोई

सुजीत कुमार जोशी-फतेहपुर बाराबंकी

सरिता मिश्रा-सिधौली सीतापुर

शिवकुमार वाजपेई-सिंधौली सीतापुर

सुधा रानी-सिंधौली सीतापुर

रामनरेश त्रिपाठी-सिंधौली सीतापुर

कंचन मिश्रा-मिश्रिख सीतापुर

रामप्यारी-सिंधौली सीतापुर

राजेश्वरी-करखिला सीतापुर

उर्मिला त्रिपाठी-सिंधौली सीतापुर

तेजीलाल-राजापुर सिपहिया बाराबंकी

हाइवे किनारे खड़े ट्रक हादसे का कारण

सवा महीने में हो गया तीसरा हादसा

हाइवे किनारे खड़े ट्रकों की वजह से लगातार हादसे हो रहे हैं लेकिन पुलिस-प्रशासन कोई भी सख्त कदम नहीं उठा रहा है। पिछले सवा महीने में इस तरह के तीन बड़े हादसे हो चुके हैं, जिसमें दो बड़ा बाईपास और एक पीलीभीत रोड पर हुआ है। जब भी हादसा होता है तो अधिकारी एक्शन की बात करते हैं, लेकिन उसके बाद वही हाल हो जाता है। बड़ा बाईपास और मयूर वन चेतना केंद्र के पास हादसे के बाद भी निर्देश दिए गए थे कि रोड किनारे या ढाबों पर कोई भी ट्रक न खड़े होने दिए जाएं लेकिन बाद में पुलिस सब भूल गई। बिलवा पुल के पास भी खड़े ट्रक की वजह से हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि ट्रक खराब हो गया था, लेकिन न तो पार्किंग लाइट जल रहे थे और न ही कोई रिफ्लेक्टर लगा हुआ था।

-19 अप्रैल को बड़ा बाईपास पर ही अहलादपुर चौकी के पास बस खड़े ट्रक में रोडवेज की बस जाकर घुस गई थी। हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई थी। बस ड्राइवर मौके से फरार हो गया था।

-23 अप्रैल को मयूर वन चेतना केंद्र के पास एसआरएमएस के दो डॉक्टर्स की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। यहां पर सामने से आ रहे ट्रक को बचाने के चक्कर में कार रोड किनारे ढाबे पर खड़े ट्रक में जाकर टकरा गई थी