- मुकदमे में शिक्षा अधिकारियों पर कसेगा पुलिस का शिकंजा

- बिना पद के दो कैंडिडेट्स की तैनाती के मामले में फंसेगी गर्दन

GORAKHPUR: एजुकेशन डिपार्टमेंट में फर्जी तरीके से टीचर्स और कर्मचारियों की भर्ती के मामले में कई अधिकारियों की गर्दन फंसेगी। करीब फ्ख् लाख रुपए का लेनदेन करके सिद्धार्थनगर में दो नए पदों पर फर्जी तरीके से नियुक्ति की गई थी। इस मामले की तलाश में पुलिस जुट गई। छानबीन में जुटी पुलिस टीम ने वर्ष ख्0क्0 से ख्0क्8 तक गोरखपुर-बस्ती मंडल में तैनात रहे सभी बीएसए की डिटेल मांगी है। सीनियर ऑफिसर्स को पत्र भेजकर पुलिस ने उनके संबंध में सूचना मुहैया कराने को कहा है।

रिमांड पर लिया जाएगा स्टेनो, खोलेगा राज

गोरखपुर और बस्ती मंडल में करीब चार सौ टीचर्स सहित अन्य कर्मचारियों को फर्जी तरीके से नियुक्त किया गया है। इस मामले की जांच चल रही है। सिद्धार्थनगर में ख्9 टीचर्स को बर्खास्त कर दिया था। उनको वापस तैनात करने के लिए बीएसए का स्टेनो कई लोगों से रुपए वसूल रहा था। सोमवार को एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने सिद्धार्थनगर बीएसए के स्टेनो, फर्जी टीचर सहित पांच लोगों को अरेस्ट किया था। इस मामले में कैंट थाना में दर्ज मुकदमे की विवेचना एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे कर रहे हैं। गिरफ्तार किए स्टेनो ने पुलिस को बताया था गोंडा के एक होटल में दोबारा तैनाती के संबंध में डील हुई थी। ख्ख् सितंबर की मीटिंग से संबंधित फुटेज के लिए पुलिस ने होटल को पत्र भेज दिया है। इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम उसे रिमांड पर लेने की तैयारी में जुटी है।

बीएसए से होगी पूछताछ, देना होगा पुलिस का जवाब

फर्जी तरीके से टीचर्स की भर्ती मामले में बीएसए ऑफिस के कर्मचारियों, अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस ने माना है कि बिना अधिकारियों की मिलीभगत के इतना बड़ा फर्जीवाड़ा संभव नहीं है। इसलिए पुलिस टीम ने वर्ष ख्0क्0 से गोरखपुर और बस्ती मंडल में तैनात रहे सभी बीएसए के बारे में जानकारी शिक्षाधिकारियों से मांगी है। उनसे भी इस मामले में पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा यह भी सामने आया कि सिद्धार्थनगर में दो नए पद बनाकर नियुक्ति कर दी गई थी। इसके लिए करीब फ्ख् लाख रुपए का लेनदेन हुआ था। इस प्रकरण के सामने आने से जांच की दिशा कई बिंदुओं पर बढ़ा दी गई है।

वर्जन

वर्ष ख्0क्0 से तैनात रहे सभी बीएसए के बारे में जानकारी मांगी गई है। गिरफ्तार स्टेनो को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इस प्रकरण में सबूत के लिए गोंडा के होटल को पत्र भेजा जा चुका है।

- रोहन प्रमोद बोत्रे, एएसपी-सीओ कैंट