-वाइफ और साली पर तेजाब से हमला करने वाला गिरफ्तार

-कहा, गुस्से को नहीं कर पा रहा था काबू तो फेंक दिया तेजाब

-19 मई को झुलसी रेशमा आज भी हॉस्पिटल में है एडमिट

ALLAHABAD: वह मेरी जिंदगी में नहीं रही। मेरे लिए इसे बर्दाश्त कर पाना मुश्किल था। उसका साथ फिर से पाने में नाकामी ने आक्रोश भर दिया था। इसी के चलते आपा खो बैठा था। वह मेरी नहीं रही तो किसी की नहीं हो सकती। इसीलिए मैं चाहता था कि उसका चेहरा ऐसा हो जाए जिसे कोई भी देखना पसंद न करे। बस इसी जुनून के चलते उसके चेहरे पर तेजाब फेंका था। हिजाब से गच्चा खा गया और पत्‍‌नी की जगह साली निशाना बन गई। फ्राइडे को पत्‍‌नी और साली पर एसिड अटैक के आरोपी पति राजू को मऊआइमा पुलिस ने अरेस्ट किया तो उसके नापाक इरादों की जानकारी मिली।

क्9 मई को हुई थी घटना

मऊ आइमा में यह मामला क्9 मई को प्रकाश में आया था। घटना में झुलसी गुलशन की शादी राजू के साथ हुई थी। शादी के बाद दोनों के दो बच्चे भी हुए। वक्त बीतने के साथ ही दोनों के रिश्तों में दरार आने लगी। पति-पत्‍‌नी में नहीं बनी तो गुलशन उसे छोड़कर चली आई। मुकदमा भी दाखिल हो गया। क्9 मई को गुलशन छोटी बहन रेशमा के साथ एग्जाम देने जा रही थी। अर्ली मार्निग राजू अपने साथियों के साथ बाइक से पहुंचा। उसके हाथ में तेजाब भरी शीशी थी। उसने अपनी वाइफ पर हमला कर दिया। संयोग से उस दिन गुलशन का हिजाब बहन रेशमा ने पहन रखा था इसके चलते वह झुलस गई। तेजाब सीधे उसे चेहरे पर पड़ा था। हमले में रेशमा की बहन गुलशन और उसकी सहेली फिरदौसिया भी झुलस गई। गुलशन का हाथ झुलसा था जबकि रेशमा का चेहरा।

पुलिस से बचने के लिए भागता रहा

घटना की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मऊआइमा के रहने वाले जमालुद्दीन उर्फ राजू की तलाश में पुलिस लगी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद वह परिवारवालों के साथ घर छोड़कर भाग निकला था। पुलिस को जानकारी मिली कि वह अपने किसी रिलेटिव के यहां प्रतापगढ़ में छिपा है। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह वहां से निकल गया। आखिर कब तक भागता। मऊआइमा पुलिस को फ्राइडे को कामयाबी मिल गई। पुलिस ने मऊआइमा स्टेशन के पास से उसे अरेस्ट कर लिया।

आज भी हॉस्पिटल में रेशमा

इस दर्दनाक हादसे के बाद रेशमा की मां ने दोनों लड़कियों को स्वरूपरानी हॉस्पिटल में एडमिट कराया। बर्न वार्ड में दोनों का ट्रीटमेंट शुरू हुआ। रेशमा की हालत गंभीर बनी हुई थी। उसके आंखों में एसिड चला गया था। दो दिन बाद उसकी आंखें खुली। लेकिन यह खुशी की बात नहीं थी। क्योंकि उसे धुंधला दिखाई दे रहा था। यह देख उसके पैरेंट्स डर गए। उन्हें लगा कि अब यहां बेहतर ट्रीटमेंट नहीं हो रहा है। नेक्स्ट डे उसको रिफर कराकर शहर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में लेते गए। आज भी रेशमा उसी हॉस्पिटल में एडमिट है।

बंद नहीं हो रहा ब्लीडिंग

रेशमा की हालत अभी भी नाजुक है। बाएं हाथ की कंडीशन पहले से बेहतर है लेकिन अभी तक पूरी तरह से वह ठीक नहीं हुई है। इसके अलावा माथे पर सीधे तेजाब पकड़ने के कारण स्किन पूरी तरह से डैमेज हो गया है। अभी तक वहां का घाव भरा नहीं है। नतीजा जरा सी मूवमेंट पर उसके माथे से ब्लीडिंग होने लग रही है। डॉक्टर का कहना है कि अभी उसका ट्रीटमेंट काफी दिनों तक चलेगा। ठीक होने के बाद उसका प्लास्टिक सर्जरी करेंगे।

दिल को मिला सुकून

राजू की अरेस्टिंग होने के बाद गुलशन के घरवालों ने फ्राइडे को चैन की सांस ली। अब उन्हें थोड़ी सी तसल्ली मिली है कि इंसाफ होगा। भले ही पुलिस ने इतना दिन लगा दिया लेकिन, कम से कम वह पकड़ा तो गया। दरअसल रेशमा के घर वाले इस लिए भी डरे थे क्योंकि वारदात के बाद राजू ने फोन करके धमकी देना शुरू कर दिया था। वार्निग दी थी कि वह फिर अटैक करेगा। गुलशन के रिश्तेदारों के यहां फोन करके वह पता लगाने में जुटा था कि गुलशन किस हॉस्पिटल में एडमिट है। आई नेक्स्ट न्यूज में इसकी न्यूज पब्लिश होने के बाद पुलिस ने हॉस्पिटल में सिक्योरिटी लगा दी थी।