यह भी जानें
-8 शॉप के पास लाइसेंस हैं एसिड सेल करने के लिए
-20 रुपए में 500 एमएल बेचा जा रहा है एसिड
-200 से ज्यादा शॉप्स पर बेचा जा रहा है एसिड
-2013 में सुप्रीम कोर्ट ने एसिड रेग्यूलेटर सेल बनाई थी।
-शहर में चोरी छिपके बनाया जा रहा एसिड, ज्यादातर शॉप ओनर्स खुलेआम बेच रहे
- पहले हो चुकी हैं कई गंभीर घटनाएं, जिला प्रशासन के पास नहीं है एसिड सेल का डाटा
बरेली : सुप्रीम कोर्ट ने एसिड से हो रही गंभीर घटनाओं को देखते हुए साल 2013 में इस पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था, लेकिन इसके बावजूद शहर की दुकानों एसिड पानी की तरह बिक रहा है। मतलब कोई भी बीस रुपए देकर आसानी से एसिड खरीद सकता है। वहीं एसिड खरीदने और बेचने के लिए प्रशानिक अधिकारियों की एक रेग्यूलेटरी सेल भी बनाई गई जिसके पास कोई भी डाटा नहीं है.ं संडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शहर के दो जनरल स्टोर का रियलिटी चेक किया। जिसमें दुकानदार ने बिना किसी सवाल-जवाब के बॉटल सामने रख दी और 20 रुपए मांगे। रिपोर्टर ने रुपए देकर बड़ी आसानी से एसिड खरीद लिया।
कोल्डि्रंक की बॉटल में एसिड
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम सबसे पहले रामपुर गार्डन स्थित बिक्की जनरल स्टोर पहुंची, जहां रिपोर्टर ने एसिड की बॉटल मांगी तो शॉप ने दुकान पर काम करने वाले लड़का से अंदर से बॉटल लाकर देने को कहा। लड़का फौरन 500 एमएल की कोल्ड ड्रिंक की बॉटल एसिड लेकर आ जाता है और 20 रुपए मांगता है। जिस पर रिपोर्टर बॉटल खरीद कर चल देता है।
फोटो खींचने से किया मना
इसके बाद टीम मढ़ीनाथ के मंगल प्रोविजन स्टोर पर पहुंची, तो वहां भी एसिड की बोतल मांगने पर फौरन कोल्ड ड्रिंक की बोतल में भरा एसिड दिया गया। जैसे ही बोतल का फोटो रिपोर्टर ने क्लिक किया तो दुकानदार ने कहा कि आप मीडिया से हैं तो प्लीज यह मत कीजिए।
तो शहर में ही बन रहा एसिड
नाम न छापने की शर्त पर एक दुकानदार ने बताया कि शहर की दुकानों पर बाइक सवार एसिड देकर जाते हैं। वह दुकानों पर आकर पूछते हैं कि एसिड चाहिए तो बताओ। फिर वह डिमांड के हिसाब से थैले से कोल्ड ड्रिंक की बोतल में एसिड भरकर दे देते हैं।
क्या हैं एसिड बेचने के रुल्स
-लाइसेंस होना जरूरी है।
- एसिड खरीदने वाली जगह की भी देनी होती है डिटेल।
- हर 15 दिन में कितना एसिड बेचा, इसकी भी देनी होती है डिटेल।
लेना होता है आईडी प्रूफ
रूल्स के मुताबिक जिन शॉप ओनर्स को एसिड बेचने का लाइसेंस जारी किया गया है। सिर्फ वह ही एसिड बेच सकता है। वहीं खरीदने वाले का आईडी प्रुफ भी जमा करना होता है।
पिछले साल हुई कुछ बड़ी घटनाएं
-14 दिसंबर 2018 में शाही में एक ही परिवार के चार लोगों पर हुआ हमला
-9 अगस्त 2018 को दरोगा के बेटे ने महिला पर फेंका था तेजाब
-8 अक्टूबर 2018 को इज्जतनगर में दंपति पर हुआ था एसिड अटैक
- 15 दिसंबर 2018 को ठिरिया कल्यानपुर में महिला और उसके दो बच्चों पर एसिड अटैक।
वर्जन
शहर में कितनी दुकानों को एसिड बेचने का लाइसेंस जारी किया है। इसकी जानकारी नहीं है। अभी चार्ज संभाला है। जल्द ही अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
राजीव कुमार, एसडीएम प्रशासन।