- स्टेडियम प्रकरण पर एसीएम विभा चहल करेंगी जांच

- करीब एक हफ्ता पहले यूपीएसडी ने डीएम से जांच के दिए थे आदेश

- स्टेडियम में आर्चरी टारगेट जलने के साथ प्लेयर्स को दी गई गालियां

Meerut : मेरठ में आर्चरी के टारगेट जलाए जाने के मामले को लेकर डीएम ने इसकी जांच एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट विभा चहल को सौंप दी है। गौरतलब है कि यूपी स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट ने मामले की जांच के आदेश दे दिए थे। मेरठ के आरएसओ पर आर्चरी के टारगेट जलाए जाने का आरोप लगा है।

एसीएम को मिली जांच

यूपी स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट के आदेशानुसार डीएम ने आरएसओ के खिलाफ जांचधिकारी एसीएम विभा चहल को सौंप दी है। साथ ही जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को भी कहा है। अधिकारियों की माने तो ये मामला कोई छोटा नहीं है। आरएसओ पर आरोप काफी गंभीर हैं। जांच के बाद भी सच्चाई के बारे में जानकारी होगी।

आईनेक्स्ट की खबर के बाद

जागा था स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट

आई नेक्स्ट में खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद राजधानी में बैठे स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट के अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं। खेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में तैनात आरएसओ ने आरएन सिंह यादव ने नशे की हालत में आर्चरी के लिए आने वाले टारगेट जला दिए। ये टारगेट खिलाडि़यों ने खुद ही खरीदें थे। सिर्फ इतना ही नहीं उन पर यह आरोप भी लगाया गया है कि उन्होंने आर्चरी खिलाडि़यों से गाली गलौज भी की। खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरएन सिंह यादव खुद को सत्ता का करीबी बताते हुए आए दिन अधिकारियों को अनावश्यक दबाव भी बनाते हैं।

आरएसओ के खिलाफ जांच के लिए एसीएम विभा चहल को जांच सौंप दी है। जांच निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ होगी।

- पंकज यादव, डीएम, मेरठ