- एमडीए की टीम ने किया अवैध कॉलोनी के कुछ हिस्सों का ध्वस्तीकरण

- सुबह चला बिल्डर और जेई के बीच सेटिंग का खेल

Meerut : एमडीए की टीम अतिक्रमण अभियान के तहत मंगलवार सुबह कंकरखेड़ा पहुंची। फोर्स मिलने के बाद टीम ने दस दुकान, एक मकान और दो कालोनियों पर बुल्डोजर पहुंचा, लेकिन एक कॉलोनी में एमडीए के जेई की मेहरबानी के चलते ईमानदारी से ध्वस्तीकरण नहीं हुआ। जो क्षेत्र में चर्चा का विषय रहा।

अवैध दस दुकानों पर सील

एमडीए के जोनल अधिकारी बैजनाथ के नेतृत्व में नोडल अधिकारी अरुण शर्मा, जेई संजीव कुमार तिवारी, जेई भानू प्रकाश वर्मा कंकरखेड़ा थाने पहुंचे। उन्होंने एसओ सुरेंद्र नाथ सिंह से फोर्स मांगी। दो घंटे के बाद एमडीए की टीम को फोर्स मिली। उसके बाद टीम बुल्डोजर को लेकर कासमपुर पहुंची। कासमपुर में रहमुद्दीन की दस दुकानों पर एमडीए ने सील लगाई।

लाला मोहम्मदपुर में ध्वस्तीकरण

जेई संजीव कुमार तिवारी की शिकायत के बाद टीम ने लाला मोहम्मदपुर का रुख किया। वहां दस हजार मीटर में हरीश कुमार अवैध कॉलोनी का निर्माण कर रहे थे। कॉलोनी में बनाई जा रही रोड और नींव का ध्वस्तीकरण किया गया।

सरधना रोड पर निर्माण गिराया

सैनिक विहार कॉलोनी के पास अशोक कुमार मारवाड़ी दस बीघा जमीन में कच्ची कालोनी काट रहे हैं। जेई भानू प्रकाश वर्मा ने टीम को लेकर मौके पर पहुंचे। जहां एक मकान पर मजदूर कार्य कर रहे थे। उन्होंने निर्माणाधीन मकान पर सील लगाकर कार्रवाई की। उसके बाद कालोनी में बन रही सड़क और मकान के लिए बनाई जा रही नींव पर बुल्डोजर चलाया गया। उसके बाद सरधना रोड पर जसवीर के कांप्लेक्स पर सील लगाकर कार्रवाई की गई।

कार्रवाई केवन नाम के लिए

टीम ने जहां कंकरखेड़ा में ध्वस्तीकरण कर अपनी वाहवाही लूट रही है। वहीं क्षेत्र के लोग कार्रवाई को केवल खानापूर्ति बता रहे हैं। एमडीए के एक जेई की मेहरबानी के चलते एक कॉलोनी में ध्वस्तीकरण ईमानदारी से नहीं किया गया। वहीं ध्वस्तीकरण की सूचना पर जेई से बिल्डर ने संपर्क कर लिया। जिसके चलते निर्माणाधीन मकानों को नहीं गिराया गया। केवल सील लगाकर कार्रवाई खत्म कर दी गई।

महिलाओं ने किया था हंगामा

सैनिक विहार के पास अशोक कुमार मारवाड़ी दस बीघा जमीन में अवैध कालोनी काट रहा है। पहले बिल्डर ने सैनिक विहार में कालोनी का रास्ता खोल दिया था। जिसके चलते सैनिक विहार कालोनी की महिलाओं ने एमडीए में पहुंचकर बिल्डर के खिलाफ हंगामा किया था। जिसके बाद चीफ इंजीनियर ने थाने में रास्ते बंद कराने के लिए लिखा था। वहीं बिल्डर और जेई के संबंधों को लेकर कई बार लोग एमडीए के अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं।