- ऊर्जा सचिव राधिका झा ने की ऊर्जा विभाग की समीक्षा

- पावर सप्लाई की खराब व्यवस्था पर जताई नाराजगी

- तीन दिन के भीतर जेई, एसडीओ के 3 दिन में ट्रांसफर के आदेश

देहरादून।

ऊर्जा सचिव राधिका झा ने बुधवार को ऊर्जा भवन में बिजली विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने पावर सप्लाई, रेवेन्यू वसूली और चेकिंग की व्यवस्था पर नाराजगी जताई और अफसरों से इसका कारण पूछा। उच्चाधिकारियों ने फील्ड कर्मचारियों पर जिम्मेदारी टाल दी। ऐसे में ऊर्जा सचिव ने 5 साल से एक ही जगह पर जमे एसडीओ और जेई् के 3 दिन के भीतर ट्रांसफर का आदेश जारी कर दिया। इतना ही नहीं एसई और चीफ इंजिनियर्स का सात दिन के भीतर ट््रांसफर करने का आदेश भी जारी कर दिया।

पावर सप्लाई क्यों नहीं प्रॉपर

समीक्षा बैठक के दौरान ऊर्जा सचिव राधिका झा ने अनियमित पावर सप्लाई का कारण अफसरों से पूछा, खासतौर पर हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और हल्द्वानी इंडस्ट्रियल एरिया में मानकों के अनुरूप पावर सप्लाई न होने नाराजगी जताई। जिम्मेदार अफसरों को कड़ी फटकार लगाई और खराब आपूर्ति के लिए ट्रांसफर ऑर्डर जारी करने की बात कही।

फील्ड वर्कर्स को बताया जिम्मेदार

इंडस्ट्रियल एरियाज में पावर सप्लाई को लेकर रुड़की विद्युत वितरण मंडल के एसई अमित शर्मा, ईई युद्धवीर सिंह तोमर, विद्युत वितरण मंडल नॉर्थ दून के ईई विजय कुमार, विद्युत वितरण मंडल सिडकुल के शशिकांत ने ऊर्जा सचिव की समीक्षा बैठक में अपना पक्ष रखा गया। पावर सप्लाई की बदहाली के लिए उन्होंने फील्ड स्टाफ को जिम्मेदार बताया।

3 दिन में ट्रांसफर के ऑर्डर

ऊर्जा सचिव राधिक झा की ओर से इन जगहों पर पांच वर्षो से अधिक समय से कार्यरत जेई व एसडीओ के तीन दिन के तीन दिन के भीतर ट्रांसफर करने के आदेश जारी किए। इसके साथ ही चीफ इंजीनियर, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर्स के ट्रांसफर के लिए सात दिन के भीतर कार्रवाई के आदेश भी दिए गए। अकाउंटेंट्स के ट्रांसफर के लिए 10 अगस्त तक का समय दिया गया। विभाग के मैनेडिंग डायरेक्टर को निर्देश दिए कि ये ट्रांसफर अनिवार्य रूप से किए जाएं।