- रवि गन हाउस का संचालक भी एक मोहरा, कई अन्य हो गए अंडरग्राउंड

- लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू होने पर तेजी, फर्जी लाइसेंस पर खरीदी बंदूकें

GORAKHPUR:

जिले में फर्जी लाइसेंस पर अवैध तरीके से असलहे खरीदने के मामले में पुलिस दबाव में है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस असलहों के सौदागरों की तलाश में जुटी है। एसआईटी की जांच में तमाम ऐसे लोगों के नाम सामने आए हैं जिनके नाम से फर्जी तरीके से असलहे जारी हुए हैं। उनमें कुछ अंडरग्राउंड हो गए हैं तो कुछ की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें लगी है। नेपाल बार्डर से लेकर गोरखपुर तक फर्जी असलहाधारियों की तलाश चल रही है। उधर शनिवार को अंग्रेजी दफ्तर के असलहा सेक्शन में करीब साढ़े तीन घंटे तक पुलिस भटकती रही।

शौक में की खरीदारी, भौकाल ने बढ़ाई मुसीबत

असलहों के लाइसेंस बनने पर लगी रोक के बावजूद नए लाइसेंस पर नए असलहे लेकर भौकाल टाइट करने वालों की मुसीबत कम नहीं होगी। शौक में दो से पांच लाख रुपए खर्च करके गन लेने वाले फंस गए हैं। कुछ लोगों ने जहां घर छोड़ दिया है। वहीं कुछ अपने असलहों को लेकर भागने की केाशिश में जुटे हैं। पकड़े गए लोगों से पूछताछ करके पुलिस उनके असलहे बरामद करने की कोशिश में जुटी है। लेकिन टीम को पुख्ता सुराग नहीं मिल पा रहा है। इनमें कई प्रापर्टी डीलर, नेताओं के गुर्गे, ठेकेदार, बिजनेसमैन और क्रिमिनल रिकार्ड वाले शामिल हैं। गोरखनाथ के जाहिदाबाद मोहल्ले में एक ऐसे व्यक्ति ने असलहा ले लिया था जिसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।

अंग्रेजी दफ्तर में फाइलें खंगालने पहुंची जांच टीम

असलहों की खरीद-फरोख्त में सामने आई गड़बड़ी की जांच में जुटी एसआईटी ने शनिवार को तेजी दिखाई। एसपी सिटी डॉ। कौस्तुभ, सीओ कैंट- एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे, इंस्पेक्टर कैंट रवि राय सहित अन्य टीम अंग्रेजी दफ्तर में जमी रही। असलहा बाबू से रिकार्ड मांगकर देखा गया तो उनसे कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई। उधर एक युवक को पुछताछ के लिए पुलिस ने उठाया। जबकि कुछ लोगों के नेपाल भागने की संभावना में पुलिस टीम ने सक्रियता दिखाई।