- विवि ने कुलाधिपति कार्यालय भेजे कार्यपरिषद में लिए गए फैसले

- कॉलेजों के रिकॉर्ड से किया जाएगा मिलान, फर्जी छात्रों की सूची होगी तैयार

आगरा। आंबेडकर विवि के बीएड (सत्र 2004-05) फर्जीवाड़े में विशेष जांच दल (एसआइटी) की रिपोर्ट से चार्ट में हेराफेरी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में विवि ने कार्यपरिषद में बीएड फर्जीवाड़े को लेकर लिए गए निर्णय की सूची कुलाधिपति कार्यालय भेज दी है। वहां से अनुमति मांगी गई है, इसके बाद एसआइटी निदेशालय, लखनऊ से रिपोर्ट मांगी जाएगी।

विवि के बीएड सत्र 2004-05 में रोल नंबर जनरेट (बिना पढ़े, बिना परीक्षा दिए, अंकतालिका और डिग्री देना) किए गए। एक हजार से अधिक छात्रों के नंबर बढ़ाए गए। इस मामले की जांच के बाद एसआइटी ने 2017 में बीएड में 4570 फर्जी छात्रों के रिकॉर्ड शामिल करने की रिपोर्ट दी थी। इस मामले पर विवि ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, प्रदेश के कई जिलों में विवि की बीएड की फर्जी अंकतालिका से नौकरी कर रहे शिक्षकों को बर्खास्त किया जा रहा है। शासन ने भी सख्ती कर दी है, ऐसे में विवि में छह दिसंबर को कार्यपरिषद की बैठक में फर्जी छात्रों का परीक्षाफल निरस्त करने का फैसला लिया था। कार्यपरिषद में लिए गए फैसले पर कुलाधिपति कार्यालय से अनुमति ली जा रही है, इसके बाद एसआइटी से रिपोर्ट मांगी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर जांच के बाद फर्जी परीक्षाफल निरस्त करने के साथ ही फर्जीवाड़ा करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जा सकेगी। पीआरओ डॉ। गिरजा शंकर शर्मा ने बताया कि बीएड फर्जीवाड़े पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।