- नगर निगम करेगा 2412 भवनों का पुनर्मूल्यांकन, सभी भवन स्वामियों को नोटिस जारी कर मांगा गया जवाब

- अपर नगर आयुक्त की जांच में मिली तमाम गड़बड़ी

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VARANASI

नगर निगम ने अपनी आय बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। टैक्स, बकाया वसूली समेत विभिन्न स्रोत से राजस्व बढ़ाया जाएगा। अभी हाल ही में निगम द्वारा कराए गए जीआईएस सर्वे में वरुणापार के 2412 भवनों में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। विकास प्राधिकरण के सहयोग से निगम ने इन भवनों का नये दर से पुनर्मूल्यांकन कराने का फैसला लिया है। इसके लिए भवन स्वामियों को नोटिस जारी करके उनसे आपत्ति मांगी है।

मिली गड़बड़ी

राजस्व बढ़ाने की दिशा में शासन के निर्देश पर कुछ दिन पहले वरुणापार इलाके में नगर निगम द्वारा जीआईएस सर्वे कराया गया था। इसमें तमाम कमियां सामने आई। वरुणापार में 2412 ऐसे भवन चिन्हित हुए हैं। जिसका एरिया कम दिखाया गया, जबकि उन भवनों का निर्माण ज्यादा एरिया में कराया गया है। नगर निगम ने जब इसकी जांच कराई तो इसकी तस्दीक हुई। इसके बाद इन भवन स्वामियों को नोटिस जारी की गयी है। अपर नगर आयुक्त के अनुसार कर निर्धारण में भी कमियां पाई गई है। पुनर्मूल्यांकन के लिए भवन स्वामियों को लेटर भेजकर आपत्ति मांगी गई है।

बड़े बकायेदारों की सूची

नगर निगम प्रशासन टैक्स में इजाफा करने के लिए तीन स्तर पर जोन के बकायेदारों की सूची बनवा रहा है। इसके लिए मुख्य कर निर्धारण अधिकारी समेत सभी कर निरीक्षकों व कर निर्धारण अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है। इसके तहत जोनवार टॉप-10 बड़े बकायेदार की सूची जोनल चीफ द्वारा बनाई जाएगी। इसके बाद के 10 बड़े बकायेदारों की सूची उनके नीचे के टैक्स से जुड़े कर्मी तैयार करेंगे। हर अधिकारी अपने स्तर के भवनों की स्वयं जांच करके उनसे टैक्स जमा करने का दबाव बनाएंगे ताकि बकायेदारों से वसूली सुनिश्चित कराई जा सके। इसके लिए कर निरीक्षण श्रेणी प्रथम के 23 व कर निरीक्षण श्रेणी-द्वितीय के 35 कर्मियों को निर्देश जारी करके रिपोर्ट मांगी गई है।

वर्जन

शहर के वरूणापार क्षेत्र में भवन निर्माण में मनमानी की शिकायतें लगातार आ रही थीं। इस पर वरुणापार में सर्वे कराया गया, जिसमें तमाम अनियमितता पायी गई है। सभी भवन स्वामियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।

-अनूप वाजपेयी, अपर नगर आयुक्त