हाईस्कूल में शासकीय स्कूलों की सफलता 72.51 फीसदी

इंटरमीडिएट में शासकीय स्कूलों ने दिया 85.73 फीसदी रिजल्ट

ALLAHABAD: नींव भले ही कमजोर हो लेकिन इमारत बुलंद हैं। यूपी बोर्ड की परीक्षा परिणाम में सरकारी स्कूलों की परफारमेंस कुछ ऐसी ही है। इंटरमीडिएट के रिजल्ट में सरकारी और एडेड स्कूलों ने प्राइवेट को पछाड़ दिया तो हाईस्कूल में उन्हें मुंह की खानी पड़ गई। प्राइवेट स्कूल करीब सात से दस फीसदी अंतर के साथ उनसे आगे निकल गए।

इंटर में साढ़े चार फीसदी आगे

इंटरमीडिएट के रिजल्ट पर नजर डालें तो इस बार शासकीय कालेजों में स्टूडेंट्स का उत्तीर्ण प्रतिशत 85.73 रहा। एडेड कालेजों का उत्तीर्ण प्रतिशत भी शासकीय कालेजों के लगभग बराबर रहा। एडेड कालेजों में कुल 85.65 प्रतिशत को सफलता मिली। यहां पर वित्तविहीन स्कूलों का थोड़ी निराशा मिली। इन स्कूलों में रिजल्ट का प्रतिशत 81.26 रहा।

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इंटरमीडिएट में 667 शासकीय स्कूलों में सिर्फ एक का रिजल्ट 20 प्रतिशत से कम रहा

एडेड 4042 स्कूलों में छह स्कूल ऐसे रहे जिनका रिजल्ट 20 प्रतिशत से कम रहा

वित्त विहीन 10,061 स्कूलों में 95 प्रतिशत स्कूल ऐसे रहे जिनका रिजल्ट 20 प्रतिशत से कम रहा

हाईस्कूल में 1910 शासकीय स्कूलों में से 83 स्कूलों में 20 प्रतिशत से कम रिजल्ट रहा

4531 एडेड स्कूलों में 16 ऐसे स्कूल रहे, जिनका 20 से कम उत्तीर्ण प्रतिशत रहा

वित्तविहीन सूबे के 17901 स्कूलों में से 138 ऐसे स्कूल रहे जहां का रिजल्ट 20 प्रतिशत से कम रहा।

हाईस्कूल ने दिया मुस्कुराने का मौका

इस बार के बोर्ड परीक्षा में सरकारी व एडेड स्कूलों के मुकाबले हाईस्कूल में वित्तविहीन स्कूलों के स्टूडेंट्स ने बड़ी संख्या में सफलता हासिल की। वित्तविहीन स्कूलों का उत्तीर्ण प्रतिशत 82.82 रहा जबकि शासकीय स्कूलों का उत्तीर्ण प्रतिशत 72.51 व एडेड स्कूलों का उत्तीर्ण प्रतिशत 75.56 प्रतिशत रहा। इस हिसाब से हाईस्कूल में वित्तविहीन स्कूलों को मुस्कुराने का मौका मिल गया।