PATNA: कुछ दिन पहले बक्सर डीएम ने पारिवारिक कलह के कारण ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी थी। अभी पटना के लोग इस हादसे को भूले भी नहीं थे फिर एक अधिकारी ने उसी तरह ट्रेन कटकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। नगर निगम के अपर आयुक्त उदय कृष्ण के सुसाइड का कारण भी पारिवारिक तनाव ही निकलकर सामने आ रहा है। मंगलवार को स्थाई समिति की बैठक में वह किसी बात से टेंशन में आ गए थे। घर पहुंचे वहां भी कुछ टेंशन हुई और फिर वह अचानक घर से गायब हो गए। बुधवार की सुबह रेलवे ट्रैक पर उनकी डेडबॉडी मिली।

रिटायरमेंट के करीब थे उदय

उदय कृष्ण दो साल से नगर निगम में अपर नगर आयुक्त के पद पर तैनात थे और उनकी उम्र भी 60 साल होने वाली थी। बताया जाता है कि दो माह बाद वह रिटायर होने वाले थे। विभागीय सूत्रों का कहना है कि काम को लेकर वह काफी गंभीर रहते थे और हर काम को वह अपनी निगरानी में कराना पसंद करते थे। सूत्रों का कहना है कि इधर कई दिनों से वह परेशान चल रहे थे। कारण क्या था किसी को पता नहीं है। कार्यालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो हाल के दिनों में उनके काम काज से लेकर व्यवहार में भी परिवर्तन दिख रहा था। उदय कृष्ण की मौत से कार्यालय के लोग भी हैरान हैं।

अनहोनी की थी आशंका

नगर निगम के अपर आयुक्त उदय कृष्ण का शव बुधवार की सुबह अगमकुआं में रेलवे ट्रैक पर दो टुकड़ों में मिला। मामला सुसाइड का बताया जा रहा है। परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। वह पत्रकार नगर थाना के विद्यापुरी में रहते थे। मंगलवार की शाम जब वह घर से निकले तो परिवार वालों को किसी न किसी अनहोनी की आशंका थी। यही कारण है कि परिजनों में थाना में उनके गायब होने की सूचना भी दी थी। रात 9 बजे गायब उदय कृष्ण की तलाश परिजन करते रहे और बुधवार की सुबह उनके शव मिलने की सूचना आई। डीएसपी हरीश शर्मा का कहना है कि मामले की जांच पड़ताल कराई जा रही है।

सुसाइड करना एक बीमारी

शहर के जाने माने मनोचिकित्सक डॉ। विवेक विशाल का कहना है कि सुसाइड करने वाला एक मनोरोगी होता है। इस समय नौकरी और परिवार में दोनों जगहों पर तनाव की स्थिति बढ़ने के कारण लोग मनोरोगी हो रहे हैं। इन्हें पहचाना जा सकता है और इलाज से यह लोग ठीक हो सकते हैं। इस बीमारी को सीजोफ्रेनिया कहते हैं।

आप भी तो नहीं करते ऐसी हरकतें

-अकेला रहना

-चिड़चिड़ापन

-गुस्सा अधिक करना

-नींद न आना

-ब्लड प्रेशर का बढ़ना

-किसी भी काम में मन न लगना

-खुद को खत्म करने की कोशिश करना

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपने रीडर्स से यह अपील करता है कि कभी आपके मन में भी उदासी आए तो एक बार इन लाइनों को जरूर याद कर लें। आपको जिंदगी की नई ऊर्जा मिलेगी।

जिंदगी की असली उड़ान बाकी है,

जिंदगी के कई इम्तेहान अभी बाकी है,

अभी तो नापी है मुट्ठी भर जमीन हमने,

अभी तो सारा आसमान बाकी है।