-एनआरआई समिट में आने वाले मेहमानों को मिलेगा गांव जैसा माहौल

-50 एकड़ से ज्यादा जमीन पर बनाए जाएंगे स्विस कॉटेज

VARANASI

जनवरी में बनारस आने वाले एनआरआई मेहमानों को देसी मिट्टी की खुशबू का एहसास मिलने वाला है। एनआरआई समिट के लिए प्रशासन कैंट के ऐढ़े गांव में एक नया एनआरआई गांव बसाने जा रहा है। ऐढ़े और सिंहपुर गांवों की जमीनों पर स्विस कॉटेज में मेहमानों को एकदम गांव जैसा माहौल मिलेगा। तीन दिन की यह यात्रा उनके लिए यादगार होगी।

पांच हजार के रहने की व्यवस्था

ऐढ़े में 42 एकड़ जमीन और सिंहपुर गांव में रिंग रोड के आसपास जमीन के एक बड़े टुकड़े पर एनआरआई मेहमानों के रहने के लिए स्विस कॉटेज बनाए जाएंगे। उन्हें गांव की गलियों और आबोहवा महसूस कराने के लिए भी पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। इस एनआरआई गांव में बाग और छोटे-छोटे हाट भी लगाए जाएंगे। माना जा रहा है कि 50 एकड़ से ज्यादा की जगह में लगभग पांच हजार मेहमानों के रहने की व्यवस्था की जाएगी।

हस्तकला संकुल में व्यापक इंतजाम

पं। दीनदयाल हस्तकला संकुल में मेहमानों को भारतीय कला-संस्कृति की झलक दिखाने के लिए भी व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। संकुल के म्युजियम में इन्हें सिल्क की कारीगरी, कालीन की बुनाई और लकड़ी के खिलौने और पॉटरी के काम की झलक दिखाई जाएगी। पूर्वाचल के जीआई प्रोडक्ट्स के बारे में भी यहां उन्हें जानकारी दी जाएगी।

सुरक्षा के भी होंगे चौकस इंतजाम

21 से 23 जनवरी तक वाराणसी में होने वाली एनआरआई समिट में 7000 से ज्यादा मेहमान शामिल होंगे। इनमें मॉरीशस के प्रधानमंत्री समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समिट का शुभारंभ करने आएंगे। इसलिए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। आपात स्थिति से निपटने के लिए हस्तकला संकुल में 50 से ज्यादा सेफ हाउस भी बनाए जाएंगे। सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ समेत भारी फोर्स भी आएगी।