दून हॉस्पिटल की नई ओपीडी बिल्डिंग में फॉल्स सीलिंग लटकी तो दीवारों में आ रही सीलन

देहरादून। दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के ओपीडी की अधूरी बनी बिल्डिंग में एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक शिफ्ट कर दिया है। यहां अब भी फॉल्स सीलिंग छत से झूल रहे हैं, दीवारों में सीलन आ रही है और टाइलिंग का काम भी पूरा नहीं हुआ है। दूसरे कई काम भी अधूरे पड़े हुए हैं।

फिफ्थ फ्लोर पर शिफ्ट

मंडे को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक का सामान शिफ्ट किया गया। एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक ओपीडी बिल्डिंग के फिफ्थ फ्लोर पर शिफ्ट किया गया है। इसी फ्लोर में मेडिकल सुप्रीटेंडेट (एमएस) का ऑफिस भी है। ट्यूजडे से एमएस इसी नए ऑफिस में बैठेंगे।

150 बेड बढ़ेंगे

दून मेडिकल कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट (एमडी-एमएस) कोर्स शुरू करने के लिए हॉस्पिटल में 150 बेड और बढ़ाए जाने हैं। इसके करते वाडरें की संख्या बढ़ाने की भी जरूरत पड़ रही है। इसे देखते हुए पुरानी बिल्डिंग के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक और मेडिसिन स्टोर को शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया।

यहां बन रहे ऑफिस

एमएस डॉ। केके टम्टा के कक्ष और उनके ऑफिस को फिफ्थ फ्लोर पर शिफ्ट किया गया है।

-डिप्टी एमएस डॉ। एनएस खत्री के ऑफिस को सेंट्रल बिलिंग काउंटर के सामने स्थित बाल रोग विशेषज्ञ वाली ओपीडी में शिफ्ट किया जाना है।

- मेडिसिन स्टोर को भी नई ओपीडी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में शिफ्ट किया गया।

शिफ्ट करने पर सवाल

काम पूरा किए बिना ऑफिस शिफ्ट किए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। जिन कमरों में एमएस और इससे संबंधित अन्य कार्यालय बनाए गए हैं। वहां अभी फर्श पर घिसाई का काम चल रहा है। साथ ही छत भी टूटी है और रंगाई-पुताई भी ठीक से नहीं हुई है।

------

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के मानकों के हिसाब से सभी ऑफिस बनाए गए हैं। भविष्य में डिप्टी एमएस ऑफिस को भी नई बिल्डिंग के पांचवें फ्लोर में शिफ्ट किया जाएगा। पुरानी बिल्डिंग के एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक में वार्ड बनाए जाएंगे। जहां 100 बेड बनेंगे। इसके अलावा 50 बेड अलग लगाए जाएंगे।

डॉ। आशुतोष सयाना

प्रिंसिपल, दून मेडिकल कॉलेज