नीट के तहत डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू
30 जून तक चलेगा फर्स्ट फेज का वैरिफिकेशन
पहले दिन देर शाम तक चला डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन सेशन
Meerut। एमबीबीएस और बीडीएस में एडमिशन के इच्छुक स्टूडेंट्स का डाक्यूमेंट वैरिफिकेशन का काम मंगलवार से शुरू हो गया। पहले दिन मेडिकल कॉलेज में वैरिफिकेशन के लिए अलग-अलग राज्यों से करीब 1500 स्टूडेंट्स पहुंचे। कॉलेज के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में वैरिफिकेशन के लिए 15 काउंटर लगाए गए, जिन पर सुबह 10 बजे से देर शाम तक काम चला। सुबह से ही स्टूडेंट्स और उनके परिजनों की भीड़ जुटने लगी। भीड़ को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने फर्स्ट कम के आधार पर वैरिफिकेशन किया। यूपी से बाहर के राज्यों से 10वीं और 12वीं करने वाले स्टूडेंट्स को मूल निवास प्रमाण पत्र न होने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा।
365 स्टूडेंट्स का वैरिफिकेशन हो पाया।
300 स्टूडेट्स के पास पर्याप्त डाक्यूमेंट्स न होने के कारण वापस जाना पड़ा।
नीट में 480 मार्क्स तक के स्टूडेंट्स शामिल हुए।
479 से 371 मार्क्स तक के स्टूडेंट्स बुधवार को शामिल होंगे।
पहले दिन दिल्ली, गाजियाबाद, हरियाणा, पंजाब व यूपी के अलग-अलग शहरों से स्टूडेंट्स शामिल हुए।
प्रदेश के चार शहरों मेरठ, कानपुर, आगरा, लखनऊ में वैरिफिकेशन सेंटर बनाए गए है।
यह वैरिफिकेशन 30 जून तक चलेगा।
वैरिफिकेशन के लिए डॉक्यूमेंट्स
नीट परीक्षा का रोल नंबर व रजिस्ट्रेशन
10वीं और 12वीं की मार्कशीट व सनद
दूसरे राज्य के स्टूडेट्स के लिए डोमिसाइल सर्टिफिकेट
आधारकार्ड
1 अप्रैल, 2017 से बाद का बना हुआ जाति प्रमाण पत्र
नीट का स्कोर कार्ड
दिव्यांग अभ्यर्थी है तो पीएच का सर्टिफिकेट
डिफेंस पर्सनल का प्रमाण पत्र।
फ्रीडम फाइटर, एक्स सर्विस मैन,
बहुत ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा हैं। काउंटर भी अधिक हैं। कोई दिक्कत नहीं हुई।
गौरांश
दूसरे स्टेट के बच्चों के लिए पास मूल निवास प्रमाण पत्र नहीं हैं। ऐसे में डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन नहीं हो पाया.
जीविका
व्यवस्था ठीक हैं। किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। सुबह से ही हम यहां आ गए थे.
अनीता
जिन स्टूडेंटस के पास मूल प्रमाण पत्र नहीं हैं वह 30 जून तक मूल प्रमाण पत्र बनवाकर दोबारा सभी डॉक्यूमेंट्स चेक करवा सकते हैं।
डॉ। विभू साहनी, नोडल इंचार्ज-नीट एडमिशन, मेडिकल कॉलेज