कई माह से प्रैक्टिस करने नहीं जाते थे कोर्ट, कमरे में फंदे से लटकती मिली बॉडी

इंटर कॉलेज में टीचर है पत्‍‌नी, अल्लापुर में किराए के कमरे में रहता था परिवार

PRAYAGRAJ: पत्‍‌नी इंटर कॉलेज में टीचर है। बृजेशमणि त्रिपाठी (48) खुद अधिवक्ता थे। आर्थिक मजबूरी जैसी कोई बात नहीं थी। बावजूद इसके शुक्रवार शाम उन्होंने किराए के मकान में फांसी लगा दी। परिजनों को जब तक कुछ पता चलता वह मद तोड़ चुके थे। कॉलेज से लौटी पत्‍‌नी ने बॉडी फंदे से लटकती देखी तो चीख पड़ी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उनके कोई बच्चे नहीं थे। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि वह नशा करते थे। इधर बीच उन्होंने कोर्ट आना-जाना भी बंद कर दिया था।

देवरिया जिले के मूल निवासी

देवरिया जनपद के गौली बाजार थाना क्षेत्र स्थित गोविन्दपुर गांव निवासी भगवानमणि त्रिपाठी के तीन बेटे हैं। उनका एक बेटा किसी जनपद में एडीजे के पद पर तैनात है। दूसरा गांव में रहता है। तीसरे अधिवक्ता बृजेशमणि त्रिपाठी पत्‍‌नी रिचा द्विवेदी के साथ अल्लापुर में किराए के मकान में रहते थे। रिचा जगत तारन इंटर कॉलेज में टीचर हैं। पुलिस के मुताबिक रिचा ने बताया कि सुबह वह पैसे मांग रहे थे। अपना एटीएम देने के बाद वह कॉलेज चली गई। लौटकर घर पहुंची तो एक कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से देखने पर पति की लटकती बॉडी को देख वह चीख पड़ीं। आवाज सुन मकान मालिक सहित तमाम लोग दौड़ पड़े। जानकारी होने पर पहुंची पुलिस दरवाजे को तोड़ कर बॉडी बाहर निकाली। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

पूछताछ में उनकी पत्‍‌नी ने बताया कि वह ड्रिंक करने के आदी हो चुके थे। कई माह से बीमार भी चल रहे थे। लीवर आदि का उनका इलाज भी चल रहा था। बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गयी है।

सुनील सिंह,

इंस्पेक्टर जार्जटाउन