सिद्धार्थनगर के मूल निवासी थे, झूंसी में रहते थे, हाई कोर्ट के कमरा नंबर 19 में कर रहे थे बहस

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बहस कर रहे थे तब तक सब कुछ सामान्य था। जज ने पूरी बहस सुनी। इसके बाद फैसला लिखवाने लगे। इसी दौरान बहस करने वाले एक अधिवक्ता गश खाकर जमीन पर गिर पड़े। जब तब कोर्ट में मौजूद लोग कुछ समझ पाते अधिवक्ता की तबियत बुरी तरह से बिगड़ चुकी थी। साथियों का ध्यान उधर गया तो आनन-फानन में वे उसे लेकर वहां से निकले और कोर्ट प्रिमाइस के पास मौजूद डॉक्टर को दिखाया। चेकअॅप में पता चला कि वह दम तोड़ चुके हैं। यह सूचना फैली को हाई कोर्ट प्रिमाइस के अधिवक्ता सन्नाटे में आ गये। कोर्ट सुरक्षा में लगी पुलिस ने बॉडी को घर तक भेजवाया। आशंका जतायी जा रही है कि मौत हार्ट अटैक से हुई है।

छतनाग घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

मृतक अधिवक्ता का नाम अमूल्य रत्‍‌न श्रीवास्तव था। वह मूल रूप से सिद्धार्थनगर जिले के निवासी थे। झूंसी में परिवार के साथ रहते थे। वह हाईकोर्ट के अच्छे अधिवक्ता माने जाते थे। गुरुवार को हाईकोर्ट के कोर्ट संख्या 19 में उनका केस लगा था। इसमें उन्होंने अपनी बहस किया। बहस के बाद जस्टिस सलिल राय आदेश लिखवाने लगे। इसी बीच अमूल्य रत्न अचानक गश खाकर गिर गए। इससे मौके पर मौजूद हर कोई अवाक रह गया। इलाज के लिए अमूल्य को कोर्ट परिसर में स्थित अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक अधिवक्ता का झूंसी के छतनाग घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। शाम को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन कार्यकारिणी की ओल्ड स्टडी रूम में बैठक हुई। एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय की अध्यक्षता में हुई बैठक में अधिवक्ता की मृत्यु होने पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।