RANCHI: रांची पुलिस में पोस्टेड लेडी कांस्टेबल की अपहृत नाबालिग बेटी को जब पुलिस ने 50 दिनों बाद भी बरामद नहीं किया तो महिला कांस्टेबल ने अपने स्तर से न सिर्फ बेटी का पता लगाया, बल्कि उसे रांची भी बुला लिया। यहां आने के बाद शुक्रवार को उसे कोतवाली डीएसपी भोला प्रसाद सिंह के सामने पेश किया। वहां सहमति बनी कि आरोपी युवकों के खिलाफ उसने जो केस दर्ज किए थे, उसे वापस ले लेगी।

28 नवंबर को हुआ था अपहरण

नाबालिग का अपहरण 28 नवंबर की शाम रातू रोड से हुआ था। इस संबंध में महिला पुलिसकर्मी ने बेटी के अपहरण की रिपोर्ट सुखदेवनगर थाने में दर्ज कराई थी। बेटी की बरामदगी के लिए वह पहले थाना, फिर इंस्पेक्टर के पास गई। जब उसे वहां से कोई मदद नहीं मिली तो वह एक दिन एसएसपी के पास पहुंच गई। एसएसपी ने पुलिसकर्मी की बात सुनी और उनकी बेटी को बरामद करने के लिए कोतवाली डीएसपी भोला प्रसाद सिंह को कहा। कोतवाली डीएसपी ने अनुसंधानकर्ता दीनानाथ राम को इस कांड का उद्भेदन करने को कहा। जब महिला पुलिसकर्मी थाने गई और बेटी को बरामद करने संबंधी बात कही तो कहा गया कि अभी उन्हें बहुत काम है। टेबल पर देख रही हो, कितनी फाइल है। पहले यह काम निबटाऊं कि तुम्हारी बेटी को खोजूं? फिर महिला पुलिसकर्मी वहां से चली आई।

कोट

महिला पुलिसकर्मी की बेटी लौट आई है। अब दोनों परिवार इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं करना चाहते हैं। जब उनकी बेटी बालिग हो जाएगी, तो दोनों की शादी करवा दी जाएगी।

-भोला प्रसाद सिंह, डीएसपी, कोतवाली