- 6 माह का मासूम की आंखें और ब्रेन को डैमेज होने से बचाया

LUCKNOW: राजधानी के डॉक्टर्स ने छह माह की मीना की रेयर सर्जरी कर उसे नया जीवन प्रदान किया। उसकी बाई आंख के ऊपर एक बड़ा वैस्क्यूलर ट्यूमर था। जिसके कारण उसकी आंख की रोशनी जाने का खतरा था और ब्रेन डैमेज होने का खतरा था।

जन्मजात था ट्यूमर

चित्रकूट निवासी मजदूर की बेटी मीना को यह ट्यूमर जन्मजात था और लगातार तेजी से बढ़ रहा था। कई अस्पतालों में उसने दिखाया लेकिन किसी डॉक्टर ने सर्जरी करने की हिम्मत नहीं उठाई। जिसके बाद परिजन उसे लेकर गोमती नगर के अस्पताल के डॉ। वैभव खन्ना के पास आए। डॉ। वैभव खन्ना ने डॉ। एसपीएस तुलसी, डॉ। प्रमेश व डॉ। सुबोध के साथ मिलकर 4 घंटे की सर्जरी से उसे समस्या से निजात दिला दी।

काफी रेयर है बीमारी

डॉ। वैभव खन्ना ने बताया कि ऐसी समस्या बच्चों ने 10 हजार में से किसी एक बच्चे को होती है और समय पर इलाज न मिलने पर बचाना असंभव हेा जाता है। ऐसे ट्यूमर में जरा सी चोट लगने से अधिक ब्लीडिंग के कारण ही बच्चे की मौत हो जाती है। लेकिन माइक्रो सर्जरी के साथ उन्होंने बच्चे की जान बचा ली। उनहोंने बताया कि समय के साथ बच्चे के घाव भी नहीं दिखेंगे।