वाराणसी (ब्यूरो)बाइकथॉन इवेंट में बच्चे, जवान और बुजुर्ग को साइक्लिंग करते देखकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह है. साइकिल चलाने को लेकर आशापुर से पंचक्रोशी मार्ग पर जर्जर साइकिल ट्रैक को ठीक कराने की आवाज उठने लगी है. सड़क किनारे बने साइकिल ट्रैक पर अवैध कब्जा हो गया है. कई जगह से पत्थर टूट चुके. कहीं पर कूड़े के ढेर पड़े हैं, तो कई स्थानों पर ठेली और रेहड़ी पटरी की अस्थाई दुकान लग गईं. ज्यादातर मार्गों पर लगे पेड़ों की लंबी डालियों से साइकिल ट्रैक ढक गए, इससे लोगों को काफी दिक्कत हो रही है.

वाराणसी में साइकिल ट्रैक बनाए गए

अक्टूबर 2015 में वीडीए ने डेढ़ करोड़ की लागत से बड़ालालपुर में पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल मार्ग और आशापुर से पंचक्रोशी मार्ग पर साइकिल ट्रैक बनवाया था, ताकि रोड के किनारे साइकिल सवार सुरक्षित चल सकें. रखरखाव और देखरेख के अभाव में पत्थर के लगे पिलरों को उखाड़ा जा रहा है. बड़ालालपुर में तो हस्तकला संकुल के चलते वहां साइकिल ट्रैक कुछ सुरक्षित बचा है मगर आशापुर में पिलर उखड़ गए. इंटरलाकिंग खराब हो गई. अब उस जगह पर जगह-जगह दुकानें सज गईं. करीब 80 लाख रुपये की लागत से आशापुर से पंचक्रोशी तक पाथवे बनवाया गया था.

हो चुके हैैं बदहाल

यह ट्रैक उन्हीं इलाकों में बनाए गए हैं, जहां सड़क चौड़ी है और बीच रास्ते में पेड़ न आ रहे हों. साइकिल ट्रैक बनने के बाद से ही इनकी सही से देखरेख नहीं होने से यह पूरी तरह बदहाल हो चुके हैं. ज्यादातर साइकिल ट्रैक पूरी तरह टूट चुके हैं या उन पर अवैध कब्जा हो गया. इन पर अस्थाई पार्किंग बन चुकी है. कई जगह चाय या अन्य खाना बनाने की अस्थाई दुकान लग गई हैं. इसके अलावा इन साइकिल ट्रैक पर ठेले-पटरी की दुकानें सजी रहती हैं.

दो नहीं, बल्कि शहर में कई जगहों पर साइकिल ट्रैक की जरूरत थी, लेकिन दो ही जगह बनाए गए, इसमें पंचक्रोशी वाला पूरी तरह से जर्जर हो गया. इन साइकिल ट्रैक फायदा लोगों को खूब मिलता था.

मनोज कुमार, आशापुर

साइकिल ट्रैक का सही से रखरखाव नहीं होने से इनकी हालत खराब है. कई जगह अवैध कब्जा है. वीडीए को चाहिए कि इन्हें दुरुस्त करे, ताकि लोग इनका प्रयोग कर सकें. साइकिल ट्रैक पर कम से कम लोग पैदल तो आसानी से चल सकें.

कार्तिक कुमार, पंचक्रोशी

दुनिया के कई देश हैैं, जहां सड़कों के किनारे साइकिल ट्रैक है. इससे पर्यावरण अच्छा रहता है. साथ ही ट्रैफिक भी नहीं मिलता है. बनारस में गाडिय़ों की बढ़ती संख्या को देखते हुए साइकिल ट्रैक जरूरी हो गया है. इसके लिए प्रशासन को पहल करनी चाहिए.

उत्कर्ष वर्मा, साइकिलिस्ट

खिलाडिय़ों को प्रैक्टिस के लिए साइकिल ट्रैक की जरूरत होती है. वैसे बड़ालालपुर टीएफसी के पास साइकिल ट्रैक है, जिस पर हम लोग लगातार रन करते हैं. इसी तरह शहर में अन्य जगहों पर भी होना चाहिए. ताकि खिलाडिय़ों को सहूलियत हो.

मीरा कुमारी, एथलीट

शहर की स्थिति को देखते हुए साइकिल ट्रैक बहुत जरूरी हो गया है. जाम से बचने के लिए साइकिल चालकों को जरूरी प्रोत्साहन के लिए उनकी संस्था पिछले कुछ महीनों से शहर में साइकिल लेन की मांग को गंभीरता से उठा रही है. पंचकोशी ट्रैक फिर से बन जाए तो लोगों को काफी राहत होगी.

एकता शेखर, क्लाइमेट एजेंडा

शहर की विभिन्न योजनाओं में साइकिल ट्रैक बनाए गए थे. अगर इन पर कहीं अवैध कब्जा है तो उसे हटवाया जाएगा. साथ ही इनकी मरम्मत कराई जाएगी, ताकि लोग इनका प्रयोग कर सकें.

परमानंद यादव, वीडीए