रूसा के तहत उठाया कदम
हाल ही में लखनऊ में हुए कुलपति सम्मेलन में इस पर विचार किया गया। इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। उच्च शिक्षा में बदलावों को देखते हुए राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत यह टीम बनाई जाएगी। वीसी प्रो। मोहम्मद मुजम्मिल ने बताया कि टीम कॉलेजों की स्थिति को जांचेगी और उसकी रिपोर्ट के बेस पर कॉलेजों को फंडिंग प्रोवाइड कराई जाएगी।
बिल्डिंग से लेकर सीटों तक
नैक की तर्ज बन रही कमेटी कॉलेजों में सब कुछ खंगालेगी। टीम बिल्डिंग से लेकर सीटों तक सारी जानकारी कॉलेज से जुटाएगी। टीम कॉलेजों में जाकर इंफ्र ास्टक्चर, सीटों, कोर्सेस सहित एजुकेशन अटमॉसफीयर को देखेगी। इस बेस पर टीम कॉलेजों की रिपोर्ट शासन और संबंधित यूनिवर्सिटी को देगी। जिसके बाद कॉलेज की ग्रेडिंग तय होगी। उसी आधार पर कॉलेज को ग्रांट मिलेगी।
      कुलपति सम्मेलन में इस पर चर्चा होने के बाद इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। शासन से स्वीकृति के मिलने के बाद टीम बनाई जाएगी।

टेक्निकल यूनिवर्सिटीज की बढ़ेगी संख्या

कॉलेजों के बोझ को कम करने के लिए यूनिवर्सिटी ने सरकार को नई यूनिवर्सिटी बनाने का प्रस्ताव भेजा है। इसमें टेक्निकल कोर्स के लिए अलग-अलग यूनिवर्सिटीज खुलेंगी। विवि पर कॉलेजों का बोझ अधिक हो गया है। जिसे कम करने के लिए इंजीनियरिंग, बीपीएड, लॉ और मेडिकल यूनिवर्सिटीज खोलने का प्रस्ताव भी शामिल किया गया है।

-प्रो। मोहम्मद मुजम्मिल, वीसी

सैक की टीम बनाने को लेकर प्रस्ताव तैयार किया गया। कॉलेजों को परफार्मेंस बेस पर ग्रांट मिलेगी। ताकि कॉलेजों में एजुकेशन लेवल को सुधारा जा सके।

National News inextlive from India News Desk