पार्लियामेंट अटैक के दोषी अफजल गुरू की फांसी को लेकर जम्मू-कश्मीर में सियासत जारी है. जम्मू-कश्मीर के चीफ मिनिस्टर उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि वो अफजल गुरु को फांसी देने से सहमत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अफजल गुरू को फांसी नहीं होनी चाहिए थी. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी अब फांसी नहीं होनी चाहिए.

घरवालों को मिलना चाहिए था शव

उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि अफजल के परिजनों को उससे नहीं मिलने दिया गया. उमर अब्दुल्ला का कहना है कि अफजल का शव उसके घरवालों को सौंपा जाना चाहिए था. उमर अब्दुल्ला ने पूछा है कि क्या राजीव गांधी के हत्यारों का गुनाह अफजल से कम है, उन्हें क्यों नहीं दी गई फांसी.

गवर्नमेंट का रवैया गलत

अब्दुल्ला ने कहा कि अफजल को फांसी देने के मामले में सरकार का रवैया सही नहीं रहा है. इसकी वजह से कश्मीर में तनाव है जो युवाओं पर बुरा प्रभाव डाल सकता है. उमर अब्दुल्ला ने पूरे मामले पर मुख्य विपक्षी दल पीडीपी पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया है. उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि अफजल गुरू को फांसी दे दी गई है मगर राजीव गांधी के हत्यारों को अभी तक फांसी क्यों नहीं दी गई है.

उधर महबूबा मुफ्ती ने भी कहा कि अफजल को फांसी देने से कश्मीर में तनाव है. लोग घरो से बाहर नहीं निकल रहे हैं, केबल पर पाबंदी है, जिससे आपसी विश्वास में कमी आई है. यह बड़े दुख की बात है कि अफजल के परिजन को फांसी के बारे में जानकारी तक नहीं दी गई.

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