आगरा। कोरोना की दहशत ताजनगरी में है। शहर को लॉकडाउन किया जा चुका है। ऐसे में यूनिवर्सिटी को भी लॉकडाउन कर दिया गया है। अभी तक निपटाए जा रहे पेंडिंग वर्क को भी बंद कर दिया गया है। दूसरी ओर यूपी बोर्ड के मूल्यांकन के लिए बनाए गए केन्द्रों पर भी ताला लगा दिया गया है।

पेंडिंग वर्क भी बंद

कोरोना को लेकर एक सप्ताह पहले से ही यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया गया है। हालांकि इस दौरान पेंडिंग वर्क को निपटाने के लिए भी मुख्य कार्यालयों को खोला जा रहा था, जिसमें कुलसचिव और एफओ कंट्रोल रूम से इन कामों को निपटाया जा रहा था। अब जबकि पूरा शहर ही गवर्मेट के आदेश पर लॉकडाउन हो गया है तो मंडे को कुलपति प्रो। अशोक मित्तल के आदेश पर इन कार्यालयों में भी ताले लटका दिए गए। इस दौरान दोपहर करीब एक बजे मेन गेट के साथ बीएड डिपार्टमेंट का कोरीडोर सुरक्षाकर्मियों के लिए खोला गया।

ठप मूल्यांकन वर्क

यूपी बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन के लिए आरबीएस कॉलेज को नोडल केन्द्र बनाया गया है, जहां एक लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं को रखा गया है। मंडे को इसका रियलटी चेक किया गया, जिसमें आरबीएस कॉलेज के बाहर मेन गेट पर ताला लटका मिला, जबकि समान्य दिनों में पुलिसक र्मियों की मुस्तैदी रखी जाती है। जीआईसी प्राचार्य अरुण कुमार सिंह ने बताया कि कॉपियों के रख रखाव की बेहतर व्यवस्था की गई है, प्लास्टिक पॉलीपेक का इंतजाम किया गया है।

डीईआई में गेट पर हुई अटेंडेंट्स

इधर डीईआई में मंडे को रोजाना की तरह स्टाफ टीचर्स का आवागमन जारी रहा। समान्य दिनों की अपेक्षा टीचर्स की संख्या मंडे को कम रही। मेन गेट पर मिले एक टीचर्स ने पूछताछ पर बताया कि लॉक डाउन के संबंध में इंस्टीट्यूट प्रशासन द्वारा अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है, जिसके चलते असमंजस की स्थिति बनी है।