i smart move
-आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए सिटी में होगी डिसिप्लिन व लॉ एंड ऑर्डर की निगरानी
नंबर गेम
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लोकेशंस पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम रन करेगा नवंबर अंत तक।
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तरह की मूवमेंट कवर कर सकता है एआई से लैस प्रत्येक कैमरा एक साथ।
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हर दस सेकंड कंट्रोल रूम को डेटा ट्रांसफर किया जाता है एआई के जरिए
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PRAYAGRAJ: शहर की सड़कों पर कोई भी हरकत करने से पहले सौ दफा सोचिएगा। आप की एक-एक हरकत पर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की नजर होगी। जीहां, शहर में डिसिप्लिन और लॉ एंड ऑर्डर की निगरानी के लिए तमाम इंपॉर्टेट लोकेशंस पर कैमरे इंस्टॉल किए जा रहे हैं। यह सभी कैमरे एआई सिस्टम से अटैच्ड होंगे। कोई भी अप्रत्याशित मूवमेंट होने पर यह पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन तक इंफॉर्मेशन पहुंचा देंगे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत डेवलप किया जा रहा यह सिस्टम, बहुत जल्द सिटी में लागू होगा। इसके बाद किसी भी घटना को अंजाम देने के बाद बचना नामुमकिन हो जाएगा।
क्रिटिकल पोजीशंस पर काम करेगा एआई
स्मार्ट सिटी बनने जा रहे प्रयागराज सिटी को और बेहतर बनाने की कवायद शुरू हो गई है। साथ ही उन क्रिटिकल पोजीशंस को भी आइडेंटिफाई किया जा रहा है जहां अक्सर ओवरस्पीडिंग, रेडलाइट जंप, कूड़ा डंपिंग, मारपीट, आगजनी जैसी तमाम घटनाएं होती हैं। इसमें वह जगहें भी हैं, जहां भीड़ बहुत ज्यादा होती है। इन सभी जगहों को कैमरों की जद में लाया जाएगा। यह कैमरे एआई सॉफ्टवेयर से रन होंगे और पूरा डाटा कमांड सेंटर को भेजेंगे।
बॉक्स
कुंभ में निभाई थी बड़ी भूमिका
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के असिस्टेंट टेक्निकल मैनेजर विपिन बताते हैं कि कुंभ में क्राउड मैनेजमेंट के लिए एआई का सफल प्रयोग किया गया था। इसके जरिए हमें हर उस जगह का डेटा कैमरे के जरिए मिला, जहां एक स्क्वॉयर मीटर में तीन से अधिक लोग मौजूद थे। ऐसी स्थिति में मेला प्राधिकरण के आईसीसीसी द्वारा तत्काल उस जगह का भीड़ प्रबंधन कराया जाता था। लोगों को तितर-बितर करने की कोशिश की जाती थी। ऐसी सैकड़ों लोकेशंस पर कैमरे के जरिए एआई को इंस्टाल कराया गया था।
ऐसी हैं तैयारियां
-क्राइम कंट्रोल के साथ-साथ एआई का यूज डिफरेंट परपज से होता है।
-स्मार्ट सिटी में इसका यूज खासकर लोगों को सिविक सेंस सिखाने के लिए किया जाना है।
-कैमरों में इंस्टॉल एआई सॉफ्टवेयर फीड प्रोग्रामिंग के जरिए काम करेगा।
-अगर कैमरे के सामने कोई भी अप्रत्याशित एक्टिविटी होती है तो इसका डेटा संबंधित सेंटर में भेजने के साथ अलर्ट भी करेगा।
-नगर निगम, पुलिस, एडमिनिस्ट्रेशन, हेल्थ, एडीए सहित तमाम विभागों से मांगी गई है क्रिटिकल पोजीशंस की लिस्ट।
-क्राइम की सूचनाएं पुलिस लाइन और बाकी विभागों के डेटा कलेक्शन मेला प्राधिकरण के आईसीसीसी सेंटर में होंगे।
वर्जन
अभी शहर की दो सौ क्रिटिकल पोजीशंस की लिस्ट मांगी गई है। जरूरत पड़ी तो यह संख्या बढ़ाई जा सकती है। हमारी टीम वर्क कर रही है और उम्मीद है कि नवंबर के लास्ट तक शहर में एआई पूरी तरह से रन करने लगेगा।
-संजीव कुमार सिन्हा,
मिशन मैनेजर (टेक्निकल), प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड
हर किसी को समझाया नहीं जा सकता, लेकिन लोगों को अवेयर जरूर किया जा सकता है। स्मार्ट सिटी के अंतर्गत आम जनता में सिविक सेंस लगाने के साथ घटनाओं की मॉनीटरिंग की बड़ी जिम्मेदारी एआई पर होगी। इसके बेहतर संचालन की व्यवस्था की जा रही है।
-भानुचंद्र गोस्वामी,
डीएम प्रयागराज