आगरा। शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स को बेहतर बनाने के लिए उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा एयर एक्शन प्लान तैयार किया गया है। इसके लिए सभी विभागों के अधिकारियाें की जिम्मेदारी निर्धारित की गई। 48 घंटे में प्लान का क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए गए। लेकिन अभी तक एयर एक्शन प्लान फाइलों से बाहर नहीं आ सका है।

इनकी जिम्मेदारी की गई निर्धारित

प्लान में एयर क्वालिटी इंडेक्स के लेवल के अनुसार कई बिन्दु निर्धारित करते हुए जिम्मेदारी निर्धारित की गई। इसमें शहर में कचरा जलाने पर पाबंदी के लिए नगर निगम इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अफसरों को जिम्मेदारी दी गई। प्रदूषण फैलाने वाले कारक, कोक भट्ठियां,15 वर्ष पुराने डीजल वाहन, कंस्ट्रक्शन, डीजल जनरेटर, समेत अन्य बिन्दुओं पर कार्रवाई के लिए विभिन्न विभागों को जिम्मेदारी दी गई। नियमित पानी छिड़काव के भी निर्देश दिए गए। पानी छिड़काव को छोड़ दिया जाए, तो इनमें से किसी पर एक्शन नहीं हो सका।

ये किए जाने थे काम

- ऑटोमेटिक एयर इंडेक्स मापांक सेंटर स्थापित करना

- पौधारोपण कर ग्रीनरी में इजाफा करना

- वाटर स्प्रिंकलर से छिड़काव करना

- ताज के 500 मीटर के दायरे में तन्दूर के लिए इलेक्ट्रॉनिक भट्ठियों को बढ़ावा देना

- प्रदूषण जांच केन्द्रों की संख्या में इजाफा करना

- ताज के आसपास चूल्हे का प्रयोग करने वालों को गैस चूल्हा मुहैया कराना

- वाहनों में फिल्टर लगाया जाना।

- इलेक्ट्रोनिक बसों को बढ़ावा देना।

- चौराहों पर फुव्वारों का संचालन करना

1999 में हुआ था टीटीजेड प्राधिकरण का गठन

वर्ष 1999 में आगरा में टीटीजेड प्राधिकरण का गठन किया गया था.इसमें आगरा समेत 6 जिलों के 10400 वर्ग मी। में फैले क्षेत्रफल को को शामिल किया गया था, जिसमें मथुरा, फीरोजाबाद, भरतपुर आदि जिले शामिल थे। वर्ष 1983 में आगरा और मथुरा को वायु प्रदूषण संरक्षित घोषित किया गया था।