नई दिल्ली (एएनआई)। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को एक हेलिकाॅप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (63) व उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों का निधन हो गया है। हादसे को लेकर लोकसभा में कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद, निचले सदन के सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखा। वहीं इस संबंध में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन को संबोधित करते हुए कहा भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना की जांच का आदेश दिया है। जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। जांच दल कल ही वेलिंगटन पहुंच गया और जांच शुरू कर दी। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह भारतीय वायु के कमांडर हैं।

वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के दौरे पर थे जनरल

दुर्घटनाग्रस्त हुए IAF Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे। बतादें कि जब हेलिकॉप्टर तमिलनाडु में कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ उस समय भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत, स्टाफ कोर्स के संकाय और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के दौरे पर थे।

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त हुए

बिपिन रावत को 31 दिसंबर, 2019 को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने पहले जनवरी 2017 से दिसंबर 2019 तक सेनाध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। उन्हें दिसंबर 1978 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था।सीडीएस रावत ने उत्तरी और पूर्वी कमांड सहित सबसे कठिन इलाकों में सेवा की

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