RANCHI: कोरोना वायरस के कहर ने लोगों को भयभीत कर रखा है। इससे बचने के लिए देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है। इससे भले ही लोगों को परेशानी हो रही हो लेकिन राजधानी के लिए यह अच्छी खबर है। लॉकडाउन से सिटी के एक्यूआई में भारी सुधार हुआ है। पहले जहां आम दिनों में इसका लेवल 90 से 95 रहता था, वो 15 दिनों में 50 प्रतिशत से अधिक घटकर 49 पर पहुंच गया है, जिससे लोगों को शुद्ध हवा मिलने लगी है। राजधानी में पिछले कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब क्षेत्र के लोगों को इतनी ताजा हवा मिल रही है, जबकि सामान्य दिनों में शहर में पीएम 10 व पीएम 2.5 का स्तर 100 से ऊपर रहता है। पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से घोषित 22 मार्च की जनता क‌र्फ्यू और फिर 25 मार्च से लॉकडाउन के बाद लोगों को सांस लेने को साफ हवा मिल रही है। यह सब कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए किए गए योगदान के कारण संभव हो पाया है। परिणाम स्वरूप यहां के नागरिकों को वायु प्रदूषण से बड़ी राहत मिली है।

अच्छी हवा मिल रही है

जहां 21 मार्च से 5 अप्रेल के बीच शहर में लगातार इन 15 दिनों से अच्छी श्रेणी की हवा मिल रही है। जनता क‌र्फ्यू के बाद लॉकडाउन के दौरान पीएम 10 और नाइट्रोजन ऑक्साइड में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। शहर में 22-23 मार्च को 21 मार्च के मुकाबले पीएम 10 में कोई कमी दर्ज नहीं की गई है, परंतु 21 मार्च से 5 अप्रैल के बीच यह 88 की तुलना में घटकर 49 पर आ पहुंचा। बेशक इमरजेंसी जैसे हालात हैं लेकिन यह जरूर सामने आया है कि ट्रैफिक कम करने और प्रदूषण के अन्य कारकों पर प्रतिबंध लगाकर प्रदूषण के क्त्राइसिस से निपटा जा सकता है।

एयर मॉनीटरिंग सिस्टम भी रहा था फेल

उद्योग कारखानों से निकलने वाले हानिकारक धुआं और राजधानी के वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ऐसे कारखानों पर सीधी नजर रखने के लिए ऑटो कंटीन्युअस एंवी एंट यानी एयर मॉनीटरिंग सिस्टम लगाया था, इसके बाद भी शहर में वायु प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो हुआ ऐसे में बोर्ड अधिकारियों की कार्यप्रणाली के साथ सिस्टम के औचित्य पर भी सवालिया निशान लग गया था।

क्यों बढ़ता है एयर पॉल्यूशन

वायु प्रदूषण बढ़ने की 70 फीसदी वजह वाहनों का धुआं और खुले में निर्माण कार्य से निकलने वाली धूल होती है। हवा में धूल, धुएं और हानिकारक गैसों के मिश्रण के कारण प्रदूषण बढ़ता है। इस वजह से सूचकांक में बढ़ोतरी हो जाती है लेकिन इन दिनों लॉकडाउन के कारण निर्माण कार्य बंद है। इक्का-दुक्का वाहन चल रहे हैं । उद्योग भी पूरी तरह से बंद है। इन वजहों से प्रदूषण नहीं हो रहा है, इस कारण हवा शुद्ध बनी हुई है।