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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिन्दू हॉस्टल के कैंपस में मंगलवार को जब उबलते मुद्दों के बीच टी प्वाइंट डिस्कशन राजनी-टी का आरंभ हुआ तो युवाओं के बीच एयर स्ट्राइक का जोश, देश के प्रति समर्पण व जज्बा उनकी बातों से जाहिर होता रहा। इस दौरान पाकिस्तान पर हुई एयर स्ट्राइक के मुद्दे पर सभी ने अपनी राय रखी। खास बात यह थी कि कश्मीर में उरी आतंकी हमले के बाद जब इंडियन आर्मी ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी और उसके बाद राजनीतिक दलों द्वारा उस पर राजनीति की गई। इस पर हर युवा ने एक सुर में यही कहा कि मंगलवार भोर में हुई एयर स्ट्राइक ने सर्जिकल स्ट्राइक पर हो रही राजनीति को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। अब देशवासी एकजुट होकर सेना की शौर्य गाथा का बखान कर रहे हैं।

दस गुना ताकत से किया जवाबी हमला

युवाओं ने कहा कि 1971 के बाद इंडियन आर्मी का यह सबसे बड़ा हमला है। सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की रणनीति का ही परिणाम पाक अधिकृत कश्मीर में एयर स्ट्राइक रहा। ऐसे हमले से हम सभी को लगा कि इंडियन आर्मी ने दस गुना ताकत के साथ आतंकवादियों और उनको पनाह देने वालों को जवाब दिया है। इस दौरान कई युवाओं ने नए भारत का तौर-तरीका बताते हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद सीआरपीएफ के उस ट्वीट का जिक्र किया। जिसमें लिखा गया था कि न भूलेंगे ना माफ करेंगे, बदला लेंगे। इस पर युवाओं ने देशवासियों से अपील की कि हम सभी को सेना की ऐसी शौर्य गाथा के बाद एकजुट होकर खड़े होना होगा।

पाकिस्तान की खाला हैं महबूबा मुफ्ती

आतंकवाद की विभीषिका से जूझ रहे देश द्वारा कूटनीति या युद्धनीति पर युवाओं ने दो-टूक कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर हो या पाकिस्तान। इनको सबक सिखाने के लिए कूटनीति और युद्ध-नीति दोनों जरूरी हो गई है। पुलवामा हमले में 45 जवानों की शहादत के बाद महबूबा मुफ्ती ने यह क्यों कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत की जाए। इस पर युवाओं ने सीधे कहा कि वह तो पाकिस्तान की खाला है। आतंकवाद ने किसी को नहीं छोड़ा है। हमारा देश हमेशा से मानवता का पोषक रहा है। देश को कोई छेड़ेगा तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा।

मेरी बात

चार साल पहले जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुआ था तो कांग्रेस और भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियों को कुल मिलाकर 55 फीसदी वोट मिला था। जबकि क्षेत्रीय दलों को 46 फीसदी वोट मिला। इससे स्पष्ट होता है कि वहां की जनता भारत के संविधान में विश्वास करती है। वहां के अलगाववादी नेता बेरोजगार हैं और उनका कोई जनाधार भी नहीं है। उनका काम सिर्फ वहां की दस फीसदी जनता को आतंकवाद के लिए बढ़ावा देना होता है। विकास की मुख्य धारा में आने के लिए बाधा डालते हैं। लेकिन कश्मीर की 90 फीसदी जनता चाहती है कि धारा 370 को समाप्त किया जाए।

-सुनील सिंह, सिविल सर्विसेज एस्पिरेंट

कड़क मुद्दा

इस दौरान युवाओं ने एयर स्ट्राइक को दिल से सलाम किया वहीं उन्हें आशंका सता रही है कि आतंकवाद की नई चुनौती स्लीपर सेल के रूप में खड़ी हो सकती है। एमए प्रथम वर्ष के छात्र राजन यादव ने कहा कि धर्म के नाम पर बहलाकर और चंद रुपए की खातिर स्लीपर सेल को एक्टिव किया जाएगा। देश की खुफिया एजेंसियों को पहले से ज्यादा सतर्क होकर एक-दूसरे के साथ जानकारियों का आदान-प्रदान करना होगा, जिससे किसी भी प्रकार का आतंकी हमला देश के भीतर ना हो सके।

कॉलिंग

पुलवामा आतंकी हमले के बाद सरकार ने जिस कूटनीति से दुश्मन को ध्वस्त करने का काम किया है, उसकी जरूरत सबसे पहले थी। आर्मी की एयर स्ट्राइक ने तो हम सब को खुशी दी है तो दुश्मनों को ऐसा सबक दिया है कि वह दोबारा कोई भी नापाक हरकत करने से पहले दस बार सोचेगा।

पवन यादव जिम्मी

पाकिस्तान और उनके आतंकवादी हमेशा से वार की जगह घात लगाकर हमला करते रहे हैं। देश के साथ युद्ध करने की पाकिस्तान ने सोचा भी तो चार दिन से ज्यादा नहीं लड़ सकता है। क्योंकि वहां पर फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व एक महीने से ज्यादा का नहीं है। उनको सौ बार युद्ध करने के लिए सोचना होगा।

अंकित द्विवेदी

अब तो लगता है कि दुश्मन देश प्रॉक्सी वार को प्रमोट करेगा। इसके लिए देश के प्रत्येक नागरिक को सतर्क होना होगा। इंडियन आर्मी के कदम से कदम से मिलाकर चलना होगा। क्योंकि पाकिस्तान की फितरत में हमेशा पीछे से वार करना रहा है। लेकिन एयर स्ट्राइक ऐसी हुई है कि दुश्मन को समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करे और क्या जवाब दे।

विकास यादव

जो लोग सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे थे। अब वह लोग एयर स्ट्राइक के बाद शांत हो गए हैं। हम सभी के लिए भी यह जरूरी है कि एक-दूसरे दलों की तरह आपस में ना लड़ें। सिर्फ इंडियन आर्मी का मनोबल बढ़ाते रहे। उनके लिए दुआएं करें, जिससे कि आतंक का समूल नाश किया जा सके।

क्षितिज सराफ

पूरा विश्व आतंकवाद से जूझ रहा है लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित हमारा देश है। सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के साथ पूरी देश की जनता को एकजुट होकर खड़े होना ही होगा। जिस दिन हम एक हैं की भावना विकसित हो जाएगी। दुश्मन और आतंकवाद का खात्मा हो जाएगा।

आलोक राय

कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को सबसे पहले खत्म किया जाना चाहिए। क्योंकि वे कश्मीर की जनता को हमेशा से भड़काने और कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानने के लिए उकसाने का काम करते रहे हैं। लेकिन अब लगता है कि इंडियन आर्मी की एयर स्ट्राइक का खौफ उन पर अंकुश लगाने का काम करेगा।

यशवंत सिंह

कश्मीर के पत्थरबाजों को मासूम कहा जाता है। इंडियन आर्मी को विलेन बनाया जाता है। अब समय आ गया है कि सबसे पहले इन्हें ही समाप्त कर दिया जाए। अलगाववादियों और उनको समर्थन करने वालों को माकूल जवाब देना होगा। इस सरकार ने पहले की सरकारों से अलग हटकर नया काम करने का तरीका अपनाया है। जिसकी तारीफ में कुछ भी कहना कम ही होगा।

सुधांशु अग्रहरि

जो लोग सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे है। उनके लिए एयर स्ट्राइक सबसे बड़ा सबूत है आतंकवाद को खत्म करने के लिए। अगर हम अब भी नहीं चेते तो इस देश में जयचंदों की बाढ़ आ जाएगी। उस परिस्थितियों में कैसे और कहां तक आतंकवाद से लड़ा जा सकता है।

तनुज चौधरी

आतंकवादियों का रेडिकल सिस्टम से ब्रेन वॉश किया जाता है। इसके लिए पाकिस्तान से नहीं बल्कि अपने ही देश से फंड एकत्र किया जाता है। ऐसे देशद्रोहियों को समाप्त करने का काम होना चाहिए। ऐसा नहीं किया गया तो स्लीपर सेल एक्टिव हो सकता है और आतंकवाद की लड़ाई में हम सब जांबाज सैनिकों की कुर्बानियां देखते रहेंगे।

किशन कुमार

इंडियन आर्मी की वजह से कश्मीर में अलगाववादियों का जनाधार समाप्त होता जा रहा है। उसी हताशा में वहां के युवाओं को पत्थरबाजी और पैसा दिया जा रहा है। सरकार को वहां पर मदरसों को आधुनिक तरीके से तैयार करना चाहिए। जहां धर्म के साथ अन्य शिक्षा के लिए जागरूक करना होगा।

प्रकाश शुक्ला

सतमोला बॉक्स

पाकिस्तान आतंक का आका रहा है। आज से नहीं जाने कब से। पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का दंश पूरी दुनिया ने झेला है। अमेरिका में इतना बड़ा हमला होने के बाद पाकिस्तान ग्लोबल लेवल पर टेररिस्ट कंट्री के रूप में रिकॉग्नाइज किया गया है। अब जरूरी है कि पाकिस्तान का मुंह हमेशा-हमेशा के लिए बंद करा दिया जाए।

आज यहां राजनी-टी

वेब व‌र्ल्ड जिम में दोपहर 12 बजे से होगा टी-प्वॉइंट डिस्कशन।