#MeToo मामले पर जानिए अमिताभ से लेकर ऐश्वर्या का क्या है कहना
features@inext.co.in
कानपुर। बॉलीवुड में मीटू कैंपेन के तहत कई अभिनेत्रियों ने अपनी आवाज बुलंद की है। मामले पर अनिताभ, ऐशवर्या राय से लेकर कई सेलिब्रिटीज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
ऐश्वर्या राय बच्चन
अच्छा लग रहा है कि मीडिया सजग है और महिलाओं की आवाज को सही प्लेटफॉर्म दे रहा है. अब कानून को अपना काम करना है। इस मुद्दे पर मैं हमेशा बोलती आई हूं। पहले भी बोला है, आज भी बोल रही हूं और हमेशा बोलती रहूंगी।
अमिताभ
किसी भी महिला के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और गलत आचरण के खिलाफ हूं। खासकर उसके कार्यस्थल पर। ऐसे कृत्य को तुरंत संबंधित अधिकारियों के नोटिस में लाया जाना चाहिए और इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करानी चाहिए।
गुलजार
महिलाओं का शोषण सिर्फ सिनेमा में नहीं हो रहा, ये सोसाइटी में है। सिनेमा तो सिर्फ सोसाइटी का रिफ्लेक्शन है। अगर आप सोचते हैं सिनेमा कोई बाइबल है जो आपको अच्छा इंसान बनना सिखाएगी तो आप गलत हैं।
अर्जुन कपूर
जो महिलाएं इतने सालों के दर्द को झेलते हुए और उसे दबाए हुए अब अपनी आपबीती बता रही हैं तो यह सच में काबिलेतारीफ है। सिर्फ एक पुरुष ही नहीं बल्कि एक इंसान होने के नाते भी हमें उनकी बात सुननी चाहिए।
परिणीति चोपड़ा
जो महिलाएं अभी भी डर की वजह से चुप हैं तो यही वक्त है बोलने का। हम ऐसे लोगों से घिरे हैं जो हमें सपोर्ट करेंगे। अगर अब नहीं बोला गया तो जिंदगी भर दर्द के साथ जीना होगा।
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कानपुर। बॉलीवुड में मीटू कैंपेन के तहत कई अभिनेत्रियों ने अपनी आवाज बुलंद की है। मामले पर अनिताभ, ऐशवर्या राय से लेकर कई सेलिब्रिटीज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
ऐश्वर्या राय बच्चन
अच्छा लग रहा है कि मीडिया सजग है और महिलाओं की आवाज को सही प्लेटफॉर्म दे रहा है. अब कानून को अपना काम करना है। इस मुद्दे पर मैं हमेशा बोलती आई हूं। पहले भी बोला है, आज भी बोल रही हूं और हमेशा बोलती रहूंगी।
किसी भी महिला के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और गलत आचरण के खिलाफ हूं। खासकर उसके कार्यस्थल पर। ऐसे कृत्य को तुरंत संबंधित अधिकारियों के नोटिस में लाया जाना चाहिए और इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करानी चाहिए।
गुलजार
महिलाओं का शोषण सिर्फ सिनेमा में नहीं हो रहा, ये सोसाइटी में है। सिनेमा तो सिर्फ सोसाइटी का रिफ्लेक्शन है। अगर आप सोचते हैं सिनेमा कोई बाइबल है जो आपको अच्छा इंसान बनना सिखाएगी तो आप गलत हैं।
जो महिलाएं इतने सालों के दर्द को झेलते हुए और उसे दबाए हुए अब अपनी आपबीती बता रही हैं तो यह सच में काबिलेतारीफ है। सिर्फ एक पुरुष ही नहीं बल्कि एक इंसान होने के नाते भी हमें उनकी बात सुननी चाहिए।
परिणीति चोपड़ा
जो महिलाएं अभी भी डर की वजह से चुप हैं तो यही वक्त है बोलने का। हम ऐसे लोगों से घिरे हैं जो हमें सपोर्ट करेंगे। अगर अब नहीं बोला गया तो जिंदगी भर दर्द के साथ जीना होगा।
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