-मार्केट से देशी पिचकारी गायब, चाइनीज पिचकारी ने कब्जा जमाया

-एके-47 और डोरेमॉन पिचकारी फेवरेट, युवा कलर बम और स्प्रे को कर रहे पसन्द

KANPUR

अगर आप होली में बचना चाहते है, तो आप घर पर ही रहे। वरना आप एके-ब्7 के वार से बच नहीं पाएंगे। घर पर भी आपके सुरक्षित रहने की गुंजाइश बहुत कम है। वहां पर भी आप पर बमों से हमला हो सकता है। ये सुनकर आपको डर लग रहा होगा, लेकिन आपको डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ये असली हथियार नहीं, बल्कि बच्चों की फेवरेट पिचकारी है। इसके अलावा मार्केट में रंग से बचने के लिए तरह-तरह के मुखौटे भी आ गए है। जिसे लेकर बच्चे दीवाने हो गए है। आइए आपको बताते है कि इस बार मार्केट में कौन-कौन सी पिचकारी आई है, मार्केट में किसने कब्जा जमा लिया है और कौन-कौन से मुखौटे बच्चों के फेवरेट बन गए है।

देशी गायब, चाइनीज पिचकारी का मार्केट में कब्जा

होली के लिए बाजारें सज गई हैं। सबसे ज्यादा भीड़ मेस्टन रोड, बिसाती बाजार पिचकारी मार्केट में उमड़ रही है। इस बार मार्केट्स से देशी पिचकारी पूरी तरह से गायब हो गई है। चाइनीज पिचकारी ने मार्केट्स पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। चाइनीज पिचकारी बच्चों के फेवरेट कार्टून करेक्टर पर बनाई गई है। जिससे बच्चे चाइनीज पिचकारी के दीवाने हो गए। इसमें कुछ पिचकारी ही महंगी है, जबकि ज्यादातर सस्ती दर पर उपलब्ध है।

एके-ब्7 और डोरेमॉन फेवरेट

इस बार ज्यादातर कार्टून करेक्टर की पिचकारी मार्केट पर है, लेकिन डोरेमॉन और मोती-पतलू फेवरेट है। हर छोटी से बड़ी पिचकारी में डोरेमॉन पर बनी है। इसके अलावा कैनेची, निंजा हथौड़ी, सिनचेन, ऑगी समेत अन्य कार्टून करेक्टर की पिचकारी भी बच्चें पसन्द कर रहे है। हाईस्कूल तक के बच्चे के फेवरेट एके-ब्7, कलर बम, चाइनीज टंकी और प्रेशर गन है। इसके साथ ही चश्मा, मोबाइल समेत ऐसी पिचकारी मार्केट में आई हैं, जो देखने पर पिचकारी नहीं लगती है। ये पिचकारी वो लोग खरीद रहे है, जो साथियों को बेवकूफ बनाकर उन्हें रंगना चाहते है।

मुखौटे का भी बाजार बढ़ा, क्रिश का मुखौटा फेवरेट

होली में कानपुराइट्स एक दूसरे को रंगने के लिए घुलनशील कलर, गुलाल और स्प्रे खरीद रहे है, तो खुद को बचाने के लिए मुखौटे भी ले रहे है। इस बार मार्केट में क्रिश का मुखौटा फेवरेट है। इसके अलावा स्पाइडरमैन, मुर्गा समेत अन्य कई तरह के मुखौटे आए है। जिसे खरीदने के लिए होड़ मची हुई है।

कलर पर भारी गुलाल और स्प्रे

होली में गुलाल और स्नो स्प्रे की धूम मची हुई है। गुलाल और स्प्रे ने घुलनशील कलर को पीछे छोड़ दिया है। लोग गुलाल खरीदने पर ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे है। युवाओं ने स्नो स्प्रे से होली खेलने का मूड बनाया है। वे गुलाल और घुलनशील कलर के बजाय स्नो स्प्रे खरीद रहे है। हालांकि बच्चों ने घुलनशील कलर से होली खेलने की तैयारी की है।

टंकी और पिचकारा गुजरे जमाने की बात

एक समय था जब स्टील की टंकी और लम्बे वाले पिचकारा से होली खेलना शान माना जाता था। आज बदलते वक्त में टंकी, पिचकारा लुप्तप्राय: हो गया है। हटिया के दुकानदारों का कहना है कि पूरे सीजन में बमुश्किल एकाध दर्जन टंकी और पिचकारे बिकते हैं।

ये प्रमुख पिचकारी है

एके-ब्7

कीतम- भ्भ्0 रुपए

क्षमता- ख्.भ्0 लीटर कलर

क्षमता- ब्0 फिट

खासियत- इसका वेट बहुत कम है। बच्चे आसानी से उठाकर चल सकते है।

डोरेमॉन गन

कीमत- भ्फ्0 रुपए

क्षमता- ख् लीटर कलर

रेंज- फ्0 फिट

थ्री फायर गन

कीमत-ब्भ्0 रुपए

क्षमता-ख् लीटर कलर

रेंज- ख्भ् फिट

खासियत- एक साथ तीन और कलर फेंकना

डोरेमान और मोती-पतलू टैंक

कीमत- म्00 रुपए

क्षमता- भ् लीटर कलर

रेंज- फ्भ् फिट

खासियत- इसमें क्षमता सबसे ज्यादा है। बच्चे बैग की तरह टैंक को पीठ पर टांग सकते है और रंग खेल सकते है।