- मुख्यमंत्री बोले, राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई की

- विपक्ष पर आरोप, सियासी फायदा उठाने की हो रही कवायद

LUCKNOW: राज्य सरकार बुलंदशहर कांड की जांच सीबीआई से कराने को तैयार है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार को जांच सीबीआई से कराने में कोई ऐतराज नहीं है बशर्ते यह जरूर पता लगना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी के नेता बंद कमरे में पीडि़तों से क्या बात कर रहे हैं। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि आप लोगों को इस बारे में पता लगाना चाहिए। मुख्यमंत्री राजभवन में उप-लोकायुक्त शंभू सिंह यादव के शपथ ग्रहण समारोह के बाद बाहर आकर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।

पीडि़त को पूरा इंसाफ दिलाएंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि बुलंदशहर घटना में सरकार ने त्वरित और सख्त कार्रवाई करने में तनिक भी देर नहीं की। राज्य सरकार पीडि़त परिवार की पूरी मदद करेगी और उन्हें न्याय दिलाएगी। कहा कि विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए ऐसे मामलों को उछाला जा रहा है। दरअसल वे इसका सियासी फायदा उठाने की फिराक में हैं। वहीं इस मामले में काबीना मंत्री आजम खान के परिवार को लेकर भाजपा प्रवक्ता आईपी सिंह द्वारा किए गये ट्वीट पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से बचते हुए सिर्फ इतना कहा कि इस तरह की भाषा भाजपा और बसपा के नेताओं की हो सकती है, सपा की नहीं।

नहीं हो सकी पीडि़तों से मुलाकात

बुलंदशहर पीडि़तों से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मुलाकात गुरुवार को भी नहीं हो सकी। पहले संभावना जताई जा रही थी कि मुख्यमंत्री आवास पर पीडि़तों को बुलाया जाएगा। बाद में गाजियाबाद में पीडि़तों को मुख्यमंत्री से मिलवाने की कवायद की गयी। मालूम हो कि गाजियाबाद में नये हज हाउस का लोकार्पण मुख्यमंत्री को करना था, लेकिन ऐन वक्त पर यह कार्यक्रम भी स्थगित हो गया।

पीडि़तों ने की थी सीबीआई जांच की मांग

बुलंदशहर कांड के पीडि़त और प्रमुख विपक्षी दल पिछले कई दिनों से जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे थे। दरअसल पीडि़त परिवार ने घटना के आरोप में पकड़े गये बदमाशों की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया था। उनका कहना था कि पुलिस ने पहले जिन्हें आरोपी बनाया था, उनके बजाय दूसरे लोगों को जेल भेज दिया। राज्य सरकार द्वारा सीबीआई जांच की रजामंदी के बाद पीडि़त परिवार को डीएम नोएडा को इस बाबत पत्र लिखकर देना होगा जिसके बाद गृह विभाग द्वारा केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय से सीबीआई जांच की संस्तुति की जाएगी।