कानपुर। * इस दाैरान मायावती ने इस कांफ्रेंस को लेकर कहा कि यह गुरू चेले मोदी-शाह की नींद उड़ाने वाली है।

मायावती ने कहा कि में 1993 कांसीराम और मुलायम सिंह यादव ने यूपी विधान सभा चुनाव के लिए गठबंधन किया। इस चुनाव में सपा और बसपा ने बीजेपी को हराया।

हालांकि कुछ गंभीर कारणों की वजह से यह गठबंधन ज्यादा दिन नहीं चल पाया

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि 1990 के दौरान राज्य में लाेग बीजेपी के घोर जातिवाद और धार्मिक उन्माद से परेशान थे। इसलिए सपा और बसपा ने गठबंधन किया था।

आज के दौर में भी राज्य ही नहीं पूरे देश में बीजेपी ने ऐसा ही माहौल बना दिया है जिससे आम जनता त्रस्त है।

*  बीएसपी ने देश के हित को 'गेस्ट हाउस कांड' से ऊपर रखा है। यही वजह है कि हमने उस मामले को भुलाकर सपा के साथ गठबंधन किया है।

यह गठबंधन बाबा साहब भीम राव अंबेडकर और समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया के सिद्धांतों को पूरा करने के लिए काम करेगा।

सपा और बसपा मिलकर दलित, पिछड़े, शोषितों, बेरोजगारों, महिलाओं, छोटे व्यवसायियों, किसानों के कल्याण के लिए काम करेगी।

*  हम कांग्रेस के साथ इसलिए गठबंधन नहीं कर रहे हैं क्योंकि कांग्रेस और बीजेपी की नीति एक जैसी है।

दोनों ही सरकारों के दौरान रक्षा खरीद में बड़े घोटाले हुए हैं। बीजेपी सरकार ने राफेल में घोटाला किया है।

यह गठबंधन एकसाथ मिलकर लोकसभा 2019 का चुनाव मिलकर लड़ेंगे

बसपा और सपा का गठबंधन बीजेपी को हर हाल में रोकेगी। यह काम यूपी से ही हो जाएगा यानी यहीं से हम उन्हें रोकेंगे।

यूपी के सभी 80 लोकसभा सीटों काे फाइनल कर लिया है।

यह काम 4 जनवरी को दिल्ली में एक बैठक में कर लिया गया।

बीजेपी को सपा-बसपा के गठबंधन की भनक लगते ही उन्होंने अखिलेश यादव के खिलाफ खनन घोटाले की

इस गठबंधन की वजह से बीजेपी द्वारा शिवपाल पर पानी की तरह बहाया पैसा बर्बाद हो गया है।

प्रदेश में कुल 80 लोकसभा सीटों का बंटवारा दिल्ली में 4 जनवरी को हो गया है।

38 लोकसभा सीटों पर बसपा चुनाव लड़ेगी।

38 लोकसभा सीटों पर सपा चुनाव लड़ेगी।

2 लोकसभा सीटें अन्य पार्टियों के लिए।

2 लोकसभा सीटें कांग्रेस के लिए बिना गठबंधन के लिए छोड़ दिया है।

रायबरेली और अमेठी सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी गई है ताकि बीजेपी यहां जीत न सके।

मायावती ने कहा कि सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने अपने विरोधियों को दबाने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया है।

यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के बाद भी लंबा चलेगा। यह यूपी के विधानसभा चुनाव में भी साथ रहेगी।

मायावती के बाद बाेले अखिलेश यादव
इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती के सुर में सुर मिलाए। अखिलेश ने बसपा सुप्रीमो मायावती का आभार व्यक्त किया।

*   इस सरकार में दलितों, पिछड़ों, बेरोजगारों, महिलाओं, व्यापारियों, किसानों पर काफी जुल्म हुआ।

भगवान राम और कृष्ण की भूमि पर जनता पर बेतहाशा जुल्म हुए हैं कि भगवान भी त्राहि कर रहे होंगे।

अपनी नाकामियों के लिए भय का माहौल बनाया जा रहा है।

*   केंद्र सरकार के गलत नीतियों के कारण गरीब किसान आत्महत्या कर रहे हैं।

बीजेपी सरकार बड़े उद्योगपतियों को खुश करने के लिए उनके कर्ज माफ कर रही है।

गुजरात के हीरा व्यापारियों के लिए बुलट ट्रेन चला रही है।

अखिलेश ने बताया कि मायावती जी का सम्मान मेरा सम्मान है उनका अपमान मेरा अपमान है।

*   हम उनका आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने हमें बराबर का सम्मान दिया है।

*   हमें बीजेपी की हर साजिश को नाकाम करना है।

*   हम देशहित में भाईचारा का माहौल बनाने के लिए काम करेंगे।

अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी ने बहुत सारे पीएम दिए हैं, अगला पीएम भी यूपी से ही होगा।

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