- एकेटीयू एवं इंडिया मार्ट के बीच एमओयू साइन

- प्लेसमेंट के लिए लखनऊ और नोएडा में होगा पूल कैंपस

- डिजीटल मार्केटिंग के क्षेत्र में इंडिया मार्ट के साथ कोर्स चलाएगा एकेटीयू

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को वीसी प्रो। विनय पाठक की अध्यक्षता में एकेटीयू और इंडिया मार्ट के बीच एमओयू साइन किया गया। इस एमओयू के बाद यूनिवर्सिटी के संबद्ध संस्थानों में पढ़ रहे इंजीनियरिंग एवं मैनेजमेंट के छात्रों को इंडिया मार्ट में बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे। एकेटीयू के रजिस्ट्रार पवन गंगवार एवं इंडिया मार्ट के सीईओ दिनेश कुमार अग्रवाल के संयोजन में एमओयू साइन किया गया है। रजिस्ट्रार पवन गंगवार ने बताया कि इस पहल से छात्रों को समान रोजगार का अवसर इंडिया मार्ट में मिल सकेगा। इसके लिए इंडिया मार्ट एकेटीयू के छात्रों के लिए लखनऊ और नोएडा में कैंपस प्लेसमेंट के लिए पूल कैंपस विकसित करेगा। पहला रोजगार मेला दो महीने के भीतर होगा।

डिजीटल मार्केटिंग का कोर्स जल्द

वीसी प्रो। विनय पाठक ने बताया कि छात्रों में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निग को बढ़ावा देने के लिए इंडिया मार्ट इंडस्ट्री की रियल टाइम प्रॉब्लम को एकेटीयू के छात्रों को मुहैया कराएगा। इन प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन देने वाले छात्रों को सम्मानित भी किया जाएगा। साथ ही इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग के क्षेत्र में आ रहे बदलावों को देखते हुए छात्रों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए यूनिवर्सिटी और इंडिया मार्ट डिजीटल मार्केटिंग का कोर्स अगले सेमेस्टर में शुरू करेगा। इस कोर्स का उद्देश्य ई-कॉमर्स के उभरते क्षेत्र के लिए यूनिवर्सिटी के छात्रों को उद्योग जगत की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया जाएगा। इसके अलावा सर्विस सेक्टर में एप बेस्ड मार्केटिंग को देखते हुए छात्रों को ई-रिटेलिंग सॉफ्टवेयर की ट्रेनिंग के लिए प्रोग्राम भी ऑर्गनाइज किया जाएगा।

पूल के जरिए स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट

वीसी प्रो। पाठक ने बताया कि अभी तक कॉलेज प्लेसमेंट करवाते थे, अब यूनिवर्सिटी अपने स्तर पर पूल बना कर प्लेसमेंट करवाएगा। इससे सभी कॉलेजों के इंजीनियरिंग एवं मैनेजमेंट के छात्रों को बराबर रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। इस अवसर पर इंडिया मार्ट के सीईओ दिनेश अग्रवाल ने कहा कि हर छात्र कॉलेज से निकलने के तुरंत बाद रोजगार पाना चाहता है। ऐसे में एकेटीयू के साथ मिलकर डिजीटल मार्केटिंग का कोर्स शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। वहीं, प्राविधिक सचिव भुवनेश कुमार ने कहा कि कौशल विकास सभी छात्रों के लिए आवश्यक है और उच्च शिक्षा में इस तरह के रोजगार के अवसर एवं ट्रेनिंग बहुत ही जरूरी होती जा रही है। डॉक्टर हो या इंजीनियर सभी को स्किल की जरूरत पड़ती है। इस तरह के एमओयू से छात्रों को रोजगार तो मिलेगा ही, साथ ही उनके कौशल का भी विकास होगा।