- सुबह से ही उमड़ती है हजारों की भीड़, कोविड प्रोटोकॉल का नहीं होता पालन

- मास्क लगाने से भी कई खरीदार और दुकानदार कर रहे गुरेज, संक्रमण का खतरा बरकरार

- मामूली पुलिस फोर्स हजारों की भीड़ संभालने में नाकाम

LUCKNOW

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहे हैं। समाज का हर जिम्मेदार शख्स इसका पूरी तरह से पालन भी कर रहा है। लेकिन, राजधानी के आलमबाग इलाके में स्थित थोक सब्जी मंडी में हर रोज सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। आलम यह है कि हर रोज मंडी में हजारों की भीड़ उमड़ रही है और, जिसे सोशल डिस्टेंसिंग का रत्ती भर भी ख्याल नहीं है। कई लोग तो मास्क तक लगाने से गुरेज कर रहे हैं। ऐसे में इस मंडी में कभी भी 'कोरोना बम' का विस्फोट हो सकता है।

पुलिस इंतजाम नाकाफी

आलमबाग बस स्टेशन के करीब थोक व फुटकर सब्जी मंडी है। कोरोना संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन शुरू होते ही पुलिस ने मंडी के भीतर सिर्फ आलू-प्याज के चुनिंदा आढ़तियों को माल बेचने की परमीशन दी। बाकी हरी सब्जी के लिये मंडी के बाहर रोड के एक साइड चूने से पर्याप्त दूरी पर ब्लॉक बनाकर उस पर सब्जी विक्रेताओं व किसानों को सब्जी बेचने की परमीशन दी गई। इतना ही नहीं, हर सब्जी की दुकान के सामने डेढ़ मीटर की दूरी पर गोले बनाकर ग्राहकों के खड़े होने का निर्देश दिया गया। पर, मंडी में भीड़ उमड़ने पर यह सभी नियम धरे रह जा रहे हैं। आलम यह है कि मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिये एक दारोगा व दो सिपाही ही तैनात हैं, जिन पर हजारों की भीड़ कंट्रोल करने का जिम्मा है। ऐसे में यह दारोगा व सिपाही कितने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा पाएंगे, इसका अनुमान लगाना मुश्किल नहीं।

गांवों से उमड़ते हैं व्यापारी

आलमबाग थोक व फुटकर सब्जी मंडी में हर रोज सुबह पांच बजे से ही हजारों की भीड़ उमड़ना शुरू हो जाती है। इसमें सैकड़ों की संख्या में वे व्यापारी या किसान शामिल होते हैं, जो कि राजधानी के ग्रामीण इलाकों से अपनी सब्जी लेकर बेचने के लिये मंडी में पहुंचते हैं। इसके अलावा आलमबाग और आसपास के फुटकर सब्जी विक्रेताओं के अलावा आम लोग भी सस्ती सब्जी के लालच में मंडी में पहुंचते हैं। यही वजह है कि मंडी में हर रोज हजारों का जमावड़ा लग जाता है। फिलवक्त मंडी में मवैया, ऐशबाग, कृष्णानगर, आलमबाग, गीतापल्ली, कैलाशपुरी आदि इलाकों की पब्लिक सब्जी खरीदने पहुंचती है। पीक आवर्स में हालात इस कदर बेकाबू हो जाते हैं कि मंडी में एक शख्स से दूसरे की दूरी महज कुछ सेंटीमीटर की ही बचती है। वहीं, इस भीड़ में ऐसे लोगों की संख्या भी काफी है जो मास्क तक नहीं लगाते। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा बरकरार है।

40 आढ़ती हैं मंडी में

200 से अधिक व्यापारी हर रोज सब्जी बेचने आते हैं

5000 से ज्यादा ग्राहक व फुटकर विक्रेता पहुंचते हैं सब्जी खरीदने

इन इलाकों को कवर करती है मंडी

कृष्णानगर, आलमबाग, मवैया, ऐशबाग, करेहटा, आनंदनगर, गीतापल्ली, कैलाशपुरी, स्नेहनगर, एलडीए कॉलोनी, ओम नगर, आरडीएसओ कॉलोनी, मानकनगर