-शराब पीने से मना करने पर फोड़ दिया सिर

-गश्त को धता बताकर उत्पात मचा रहे शराबी

GORAKHPUR: शहर में पुलिस की गश्त बढ़ने पर क्राइम कंट्रोल करने में भले मदद मिल रही है। लेकिन शराबियों के आतंक से पब्लिक को निजात नहीं मिल पा रही। जहां-तहां खुलेआम शराब पीने वाले जमकर उत्पात मचा रहे हैं। उनसे उलझने पर लोगों को पिटना पड़ रहा है। शाहपुर एरिया में जेल रोड पर शराब पीकर अपशब्द कह रहे मनबढ़ों ने एक व्यक्ति का सिर फोड़ दिया। शिकायत मिलने पर मुकदमा दर्ज करके शाहपुर पुलिस जांच में जुटी है। हालांकि यह कोई पहली घटना नहीं है। आए दिन मोहल्लों में शराब पीकर मनबढ़ बवाल काटते हैं। ऐसे लोगों से निपटने के लिए ठोस उपाय नहीं हो पा रहे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मनबढ़ों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। मुकदमा दर्ज करने के निर्देश ि1दए गए हैं।

जेल रोड पर शराब पीने से रोका, फोड़ दिया सिर

शाहपुर, जेल रोड निवासी उमेश शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को बताया कि जेल रोड पर उनके घर के पास ही कुछ लोग रोजाना सड़क पर खड़े होकर शराब पीते हैं। शराब के नशे में धुत होकर वह आपस में भद्दी-भद्दी बाते करते हैं। इससे पास-पड़ोस में मोहल्ले का माहौल खराब होता है। बुधवार रात शराब पीकर बवाल मचा रहे लोगों को उमेश ने मना कर दिया। इससे गुस्साए मनबढ़ों ने उन पर हमला बोलकर सिर फोड़ दिया। शोर मचाने पर लोग जुटे तो मनबढ़ फरार हो गए। उमेश की शिकायत पुलिस कार्रवाई में जुटी है। उमेश का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। आए दिन ऐसी हरकतें होती रहती है।

लीकर शॉप से लेकर मोहल्ले तक बवाल

शाम पांच के बजे के बाद शहर में नशेडि़यों का बवाल शुरू हो जाता है। सड़कों के किनारे शराब पीने वाले नशे में धुत हेाते ही बवाल मचाने लगते हैं। लीकर शॉप और मॉडल शॉप के आसपास सड़कों पर खड़े होकर आपस में अशब्द कहते हुए पियक्कड़ एक दूसरे से धक्का मुक्की करते हैं। ऐसे में उधर से गुजरने वाले राहगीरों को प्रॉब्लम होती है। सिविल लाइंस में मॉडल शॉप के बाहर खड़े होकर शराब पीने की वजह से कोचिंग क्लास से लौटने वाली छात्राएं काफी परेशान होती हैं। शिकायत करने पर पुलिस कार्रवाई करती है। लेकिन अभियान के अभाव में शराबियों के उधम मचाने पर लगाम नहीं कस पाती। मोहल्लों में जहां-तहां बैठकर शराब पीने वाले लोगों को परेशान करते हैं।

सडृक पर पुलिस की गश्त, मोहल्ले में बवाल

शहर में क्राइम कंट्रोल करने के लिए शाम होने पर शहर की पुलिस गश्त पर निकलती है। लुटेरे, स्नेचर, उचक्कों की तलाश में फोकस गश्ती दल का ध्यान पियक्कड़ों पर नहीं जाता है। मोहल्लों के पार्क और खाली जगहों पर बैठकर शराब पीने वाले अक्सर लोगों को परेशान करते हैं। शिकायत करने पर पुलिस सख्ती से पेश नहीं आती। ज्यादा तूल पकड़ने पर शांति भंग की आशंका में चालान किया जाता है। इस दौरान दोनों पक्षों से नेताओं और कई पैरवीकारों के जुटने पर मामला दब जाता है।

केस एक:

दीपावली के पूर्व सड़क पर खडृे होकर शराब पी रहे लोगों ने बवाल काटा था। कैंट एरिया में मनबढ़ों ने एक व्यक्ति को पीट दिया था। आरोप लगा था कि मनबढ़ों ने फायरिंग भी की। लेकिन पुलिस ने घटना से इंकार किया।

केस दो:

गुलरिहा एरिया के जंगल डूमरी में शराब पीने से मना करने पर मनबढ़ों ने युवक की पिटाई की। शिकायत करने पर पुलिस पहुंची। लेकिन बाद में इस मामले में समझौता करा ि1दया गया।

वर्जन

सड़क पर शराब पीने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है। मारपीट और बवाल करने वालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। हर घटना को पुलिस संज्ञान में ले रही है। चेकिंग के दौरान पकड़े लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जाता है।

डॉ। कौस्तुभ, एसपी सिटी