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-अपनी मर्जी से नहीं लगा सकेंगे बल्ली और पांडाल

-कमेटियों संग प्लानिंग करेगा डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन

balaji.kesharwani@inext.co.in

PRAYAGRAJ: संगमनगरी प्रयागराज का दशहरा मेला और राम बरात इंडिया ही नहीं, बल्कि व‌र्ल्ड लेवल पर फेमस हैं। इस बार स्मार्ट सिटी प्रयागराज में स्मार्ट तरीके से इसका आयोजन किया जाएगा। लाइटिंग के लिए बांस-बल्ली लगाए जाने से शहर की सड़कें और गलियां खराब न हों, इसकी मॉनिटरिंग और प्लानिंग डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन करेगा। रामलीला, राम बरात और दुर्गा पूजा कमेटियों के साथ आयोजित मीटिंग में यह बातें तय हो चुकी हैं।

रहती है चमक-दमक

दशहरा मेला और रामबरात के दौरान प्रयागराज में सड़कों पर होने वाली लाइटिंग सबसे ज्यादा फेमस है। इसे देखने के लिए आस-पास के कई प्रदेशों व शहरों के लोग यहां आते हैं। जिस मोहल्ले की जितनी जबर्दस्त लाइटिंग, उस मोहल्ले का उतना अधिक दबदबा। इसे कायम रखने के लिए जबर्दस्त लाइटिंग कॅम्पटीशन भी होता है। इसके लिए लाखों-करोड़ों रुपए की लागत से बनी सड़कों को मनमाने तरीके से खोदकर बल्लियां लगाई जाती हैं, जिनपर लाइटिंग की जाती है।

नहीं चलेगी मनमानी

रामबरात, दशहरा और दुर्गा पूजा के दौरान इस बार भी पहले की तरह ही भव्य लाइटिंग होगी। लेकिन बल्ली लगाने के लिए सड़क की खोदाई कमेटियों द्वारा मनमाने तरीके से नहीं कराई जाएंगी। वजह, कुंभ मेला के दौरान अरबों रुपए खर्च कर सड़कें बनवाई गई हैं। रोड लाइटिंग के लिए बल्ली भी लग जाएं और सड़कें खराब भी न हों, इसके लिए एडमिनिस्ट्रेशन इस बार एक परमानेंट व्यवस्था करने जा रहा है।

ऐसे करेंगे इंतजाम

शहर के जिन मार्गो से राम बरात निकलती है, दशहरा मेला होता है वहां एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा सड़क किनारे गढ्डा खोदवाकर उसमें एक से दो फिट गहरा लोहे का पाइप डाला जाएगा। इस पाइप के बीच में होल रहेगा। इस होल में बल्ली डालकर खड़ा किया जा सकेगा। राम बरात, रामलीला और दुर्गा पूजा कमेटियों को रोड नहीं खोदना पड़ेगा। मेला संपन्न होने के बाद रोड पर बने इन गड्ढों को लोहे की चादर से ढक दिया जाएगा। ताकि जरूरत पड़ने पर इसे चाहे जब खोला जा सके।

आदेश पर ही बनेंगे स्टेज

शहर में पथरचट्टी और पजावा रामलीला कमेटी की ओर से राम बरात और भव्य झांकी निकाली जाती है। यह पुराने शहर के रामबाग, मुट्ठीगंज, आर्यकन्या, बहादुरगंज, चौक, जानसेनगंज, हिवेट रोड आदि इलाकों में भ्रमण करती है। यहां चौकियों को पुरस्कार देने के लिए जगह-जगह स्टेज बनाए जाते हैं। लेकिन इस बार जगह-जगह स्टेज नहीं बन सकेंगे। जो भी स्टेज बनेंगे, वो प्रशासन के आदेश पर ही बनेंगे।

हर पंडाल पर एक एसआई, दो सिपाही

दुर्गा पूजा कमेटियां भी इस बार मनमानी नहीं कर पाएंगी। दुर्गा पूजा स्थल पर भी एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा बेहतर साफ-सफाई और सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी। इस बार प्रत्येक दुर्गा पूजा पंडाल स्थल पर एक एसआई और दो सिपाही की तैनाती होगी। शहर के जिन इलाकों से रामबरात, दधिकांदो की झांकी निकलती है और जहां-जहां दुर्गा पूजा का आयोजन होता है, वहां की सड़कों का एक सप्ताह के अंदर मुआयना एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा किया जाएगा।

कॉलिंग

क्या कहते हैं कमेटियों के पदाधिकारी

प्रयागराज के रामबरात और दशहरा मेला की भव्यता बरकरार रहे, साथ ही शहर की व्यवस्था भी खराब न होने पाए, इसके लिए एडमिनिस्ट्रेशन का प्रयास बेहतर है। अभी से प्लानिंग होने पर दिक्कत नहीं होगी।

-दिनेश सिंह

संगठन मंत्री

पथरचट्टी रामलीला कमेटी

अधिकारियों ने इस बार लाइटिंग के लिए बल्ली लगाने से मना किया है, ताकि सड़कें खराब न होने पाए। इसके लिए इस बार रोड पर लोहे का रॉड डाला जाएगा। जो काफी बेहतर होगा। इससे बार-बार सड़क खोदने की समस्या समाप्त हो जाएगी।

-मोहन जी टंडन

कार्यवाहक अध्यक्ष

पजावा रामलीला कमेटी

पजावा रामलीला कमेटी के ठीक सामने वाईन शॉप है। यहां दिन भर लोगों का जमावड़ा होता है। कुछ दिन बाद जब रामलीला शुरू होगी, उस दौरान शराब की दुकान से दिक्कत होगी। इसलिए एडमिनिस्ट्रेशन को बीच का रास्ता निकालना होगा, ताकि किसी को भी कोई दिक्कत न हो।

-पंकज टंडन

पजावा रामलीला कमेटी

वर्जन

त्यौहारों पर शहर में होने वाले आयोजनों को स्मार्ट तरीके से भव्य बनाने की प्लानिंग जिलाधिकारी ने की है। पीडब्ल्यूडी को आदेश दिया गया है कि कमेटियों से वार्ता कर बल्ली के लिए परमानेंट व्यवस्था की जाए, ताकि हर साल सड़कें न खोदी जाएं। अन्य व्यवस्थाएं भी बेहतर तरीके से की जा रही हैं।

-रजनीश मिश्रा

सिटी मजिस्ट्रेट