84.73
मीटर है प्रयागराज में खतरे का निशान
84.48
मीटर पहुंच चुका है गंगा का जलस्तर फाफामऊ में
84.40
मीटर पहुंच चुका है नैनी में यमुना का जलस्तर
16
लाख क्यूसेक पानी दो दिन में पहुंचेगा यमुना में
87
मीटर तक पहुंच सकता है यमुना का जलस्तर अगले तीन दिनो में
26
लाख क्यूसेक पानी राजस्थान, मप्र व उत्तराखंड के बांधों से छोड़ा गया
05
स्कूल शहर के बाढ़ राहत केन्द्र में तब्दील
03
दिन तक राहत के आसार नहीं
925
लोग पहुंचे बाढ़ राहत केन्द्रों तक
-चंबल का पानी आ रहा है खतरा बढ़ाने के लिए, खतरे का निशान पार कर जाएंगी नदियां
prayagraj@inext.co.in
जब तब समाचार पत्र आपके हाथ में पहुंचे, संभव है तब तक गंगा और यमुना दोनो खतरे का निशान पार कर चुकी होंगी। अभी नदियां अपनी सरहद में हैं तब शहर के 26 मोहल्ले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। खतरे का निशान पार करने के बाद यह दायरा और विशाल होगा। खतरा अगले तीन दिनों में कम होने की भी संभावना छीण है वह भी उस कंडीशन में जब बारिश न हो। चंबल नदी से यमुना में आ रहा 16 लाख क्यूसेक पानी शहर के भीतर तक फैल कर मुसीबत खड़ी कर सकता है। इसके चलते एलर्ट जारी कर दिया गया है। कमिश्नर ने सभी जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।
गंगा में भी बढ़ रहा है खतरा
यमुना ही नहीं गंगा के जलस्तर में भी बढ़ाव जारी है। शनिवार को आठ लाख क्यूसेक पानी माताटीला, लचुरा, बरियारपुर बांध से छोड़ा गया। तीन लाख क्यूसेक पानी कानपुर बैराज व नरौरा बांध से छोड़ा गया है। यह पानी भी अब प्रयागराज पहुंचना शुरू हो चुका है। इसी का नतीजा है कि नदियां दो सेंमी। प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही हैं। एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए लगातार प्रयास जारी थे। दोनों नदियों के बाढ़ का पानी शहर के 26 मोहल्ले व 72 गांव में घुस गया है। इससे हालात मुश्किलें खड़ी करने लगे हैं। यमुना के बढ़ते जलस्तर से ससुर खदेरी में दबाव बना तो करेली के जेके आशियाना कॉलोनी में पानी प्रवेश कर गया। यहां के लोगों के लिए चेतना गर्ल्स इंटर कॉलेज को राहत शिविर में कन्वर्ट कर दिया गया है।
बाढ़ राहत केन्द्र
ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजापुर
स्वामी विवेकानंद जूनियर हाई स्कूल अशोक नगर
कैंट हाईस्कूल सदर बाजार, न्यू कैंट
महबूब अली हॉयर सेकेंड्री स्कूल स्टैनली रोड
एनी बेसेंट स्कूल
चंबल नदी में बाढ़ के चलते यमुना में 16 लाख क्यूसेक पानी आने वाली तीन दिनों में पहुंचेगा। यमुना नदी का जलस्तर 86 से 87 मीटर के बीच पहुंच सकता है। आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
आशीष गोयल
कमिश्नर, प्रयागराज
बाढ़ के हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। पानी से प्रभावित लोगों को लगातार सुरक्षित क्षेत्र पहुंचाया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीमें लगी हैं। हम पब्लिक को हर संभव सुविधा मुहैया कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
भानु चन्द्र गोस्वामी
डीएम, प्रयागराज