- सिविल लाइंस साइड से हटाई गए भीड़

- तैयारी के बाद सिविल लाइंस साइड पहुंचे बड़ी संख्या में स्नानार्थी

- जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने यात्रियों को रोका

ALLAHABAD: मौनी अमावस्या के दिन प्रमुख स्नान पर्व होने के कारण मंगलवार को दिन में जहां जंक्शन पर सन्नाटा रहा, वहीं दोपहर बाद लौटने वाले स्नानार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। मेला क्षेत्र में लोग जहां दो-तीन दिन के अंतराल में कई टुकड़ों में पहुंचे थे। वहीं अमावस्या पर स्नान के बाद घर लौटने के लिए एक साथ पहुंचे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ व जीआरपी के जवानों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

फिर भी सिविल लाइंस साइड पहुंचे स्नानार्थी

ख्0क्फ् में महाकुंभ के दौरान हुए हादसे से सबक लेते हुए रेलवे द्वारा सिविल लाइंस साइड से स्नानार्थियों की इंट्री पूरी तरह बैन की गई थी। सिटी साइड से ही इंट्री की बात कही गई थी। जिसके लिए स्नानार्थियों को मेला क्षेत्र में ही जानकारी देने का दावा किया गया था। लेकिन व्यवस्था में कहीं कमी रह गई थी, जिसकी वजह से यात्रियों को सही जानकारी नहीं हो पाई और बहुत से स्नानार्थी ट्रेन पकड़ने के लिए सिविल लाइंस साइड पहुंच गए।

भीड़ बढ़ा तो जवानों ने खदेड़ा

सिविल लाइंस साइड की तरफ इंट्री बैन होने के बाद भी स्नानार्थियों का दबाव बना हुआ था। लोग रोके जाने का विरोध कर रहे थे। दिन में करीब ग्यारह बजे के पहले यात्रियों की भीड़ ने जब रोके जाने का विरोध किया तो सुरक्षा में लगे जवानों ने जमीन पर लाठी पटकी। भीड़ को खदेड़ा तब कहीं जाकर भीड़ कम हुई। इलाहाबाद जंक्शन पर जहां दोपहर बाद भीड़ का दबाव बढ़ा। प्लेटफार्म नंबर चार, छह और दस पर भीड़ मौजूद रही। वहीं प्रयाग रेलवे स्टेशन पर सुबह से ही भीड़ का दबाव बना रहा।