-एसआरएमएस में चल रही दो दिवसीय वर्कशॉप का हुआ समापन

-रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की वर्कशाप में दी नई तकनीकी की जानकारी

-वेंटिलेटर से भी सपोर्ट न मिलने पर ईसीएमओ तकनीकी नाजुक मरीजों के लिए बनी वरदान

बरेली: एसआरएमएस मेडिकल कालेज में दो दिवसीय मैकेनिकल वेंटिलेशन वर्कशाप का संडे को समापन हो गया। दूसरे दिन कोरोना वायरस पर भी चर्चा हुई, जिसमें कोरोना से पीडि़त मरीजों के उपचार और इसमें बरती जाने वाली सावधानियों को भी साझा किया। रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग एचओडी डॉ। ललित सिंह ने कोरोना के संबंध में जानकारी देकर बचाव के तरीके भी बताए। उन्होंने कहा कि सावधानियां बरत कर कोरोना को दूर रखा जा सकता है।

बदलावों की दी जानकारी

एसआरएमएस मेडिकल कालेज के रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग और इंडियन सोसायटी आफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन आईएससीसीएम बरेली चैप्टर द्वारा आयोजित हुई। वर्कशाप में स्वास्थ्य सेवाओं में आ रहे बदलावों की जानकारी देने विशेषज्ञ शामिल हुए। संडे को जयपुर डॉ। पंकज आनंद, हैदराबाद डॉ। संबित साहू, डॉ। अर्चित नारंग, ने अलग-अलग विषय पर व्याख्यान दिया। इसके बाद नाजुक मरीज की क्रिटिकल केयर में आधुनिक तकनीकी और आधुनिक मशीनों के जरिए देखभाल पर वर्कशॉप हुई। डॉ। नितिन जैन, आशुतोष गर्ग और गाजियाबाद के ब्रिजेश प्रजापति ने एडवांस मशीनों की जानकारी के साथ मरीजों की देखभाल को आधुनिक तकनीकी के जरिये प्रदर्शित किया। इस मौके पर इंडियन सोसायटी आफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन बरेली चैप्टर के अध्यक्ष डॉ। विमल भारद्वाज, डॉ। अनीस बेग, डॉ। दर्शन मेहरा, डॉ। मृत्युंजय कुमार, डॉ.निपुन अग्रवाल और डॉ। अभिनव दास आदि मौजूद रहे।