सावधानी

सभी शहरों में स्कूलों को सुधार करने की हिदायत

रिजल्ट के लिए अलर्ट हुआ सीबीएसई

- रिजल्ट बेहतर करने के लिए प्रयासों को बढ़ाने की बताई जरूरत

- स्कूल में एग्जाम और एडमिशन से जुड़े नियमों को भी दोहराया

Meerut- सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन में देहरादून रीजन में आने वाला रिजल्ट इस बार बेहतर नहीं रहा है, जिससे सीबीएसई अधिकारी बेहद खफा हैं। ऐसे में अब रिजल्ट को लेकर बोर्ड ने इस बार रीजन से जुड़े स्कूलों को नियमों के पालन और रिजल्ट का खास ख्याल रखने की हिदायत दी है। रीजनल ऑफिस की तरफ से इस संबंध में सभी स्कूलों को सख्त हिदायत के साथ एक सर्कुलर जारी किया गया है। इस सकुर्लर के माध्यम से बेहतर परिणामों के लिए प्रयास बढ़ाने की नसीहत भी दी है।

सातवें नंबर है देहरादून रीजन

सीबीएसई बोर्ड एग्जामिनेशन की बात करें तो बीते बोर्ड एग्जाम में सीबीएसई के सभी दस रीजन में देहरादून रीजन का सातवां स्थान था। इनमें भी मेरठ का स्थान अभी रीजन में चौथे नम्बर पर है। इसी को देखते हुए रीजनल ऑफिस ने लेटर जारी करते हुए सभी स्कूलों को एकेडमिक्स बेहतर करने के लिए विशेष प्रयास करने की बात कही है। बोर्ड रीजनल ऑफिस का कहना है कि सभी दस रीजन में देहरादून रीजन का सातवां स्थान है, रिजल्ट बेहतर कर देहरादून रीजन को टॉप तीन में शुमार करना असंभव नहीं है। इसके साथ ही रीजन के सभी शहरों में स्कूलों को सुधार करने की हिदायत दी गई है। ऐसे में यदि स्कूलों द्वारा एकेडमिक्स पर ध्यान देते हुए बेहतर रिजल्ट लाने के लिए कहा गया है।

नियमों से फिर कराया परिचित

रीजनल ऑफिस की ओर से स्कूलों को एडमिशन और एग्जाम से जुड़े नियमों के पालन को लेकर भी बात कही गई है। इतना ही नहीं स्कूलों को कैशलेस ट्रांजेक्शन, स्वच्छ भारत अभियान को लेकर भी जागरूकता फैलाने के लिए प्रयास बढ़ाने को कहा गया है। इसके साथ ही स्कूलों में होने वाली विभिन्न एक्टिविटी व एजुकेशन सिस्टम आदि को लेकर भी स्कूलों को फिर से चेताया है। सीबीएसई ने कहा कि इन सभी पर स्कूल्स गंभीरता से ध्यान दें।

इन बिंदुओं पर भेजे निर्देश

- बोर्ड के परीक्षा विधि उपनियमों एवं समय- समय पर संशोधनों का अनुपालन किया जाए।

- विविध विषय नए शैक्षिक सत्र, एडमिशन, उपस्थितियों व उचित पत्राचार दस्तावेजों का रख रखाव किया जाए।

- स्टूडेंट्स का डाटा त्रुटिरहित एवं विषयों के आवंटन व उसका सत्यापन संयोजन प्रणाली द्वारा किया जाए।

- क्लासेज में सीधे प्रवेश, विषयों के परिवर्तन व अन्य मामलों कराचार मुक्त रखा जाए।

- दिव्यांग छात्र- छात्राओं को समूचित सुविधाएं प्रदान कराने के साथ ही उनके प्रकरणों को विशेष ध्यान रखा जाए।

- राष्ट्रीय महत्वों के कार्यक्रमों को स्कूलों द्वारा बढ़ावा दिया जाए।

वर्जन- - -

बोर्ड का मकसद है कि स्कूलों में एकेडमिक स्थिति को बेहतर किया जाए। साथ ही बच्चों को तमाम सुविधाएं प्रदान कराई जाएं।

राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव

सीबीएसई के नियमों का पालन करने का पूरा प्रयास किया जाता है। स्कूल का रिजल्ट हमेशा से बेहतर ही आता है, कोशिश रहती है कि रिजल्ट अच्छा रहे।

एचएम राउत, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

कोशिश रहती है रिजल्ट अच्छा आए, इस बार भी रिजल्ट को सुधारने का प्रयास किया गया है। आशा है रिजल्ट अच्छा आएगा।

मधु सिरोही, प्रिंसिपल, एमपीजीएस